छपरा के नगरा थाना के अफॉर गांव में हथियार बंद अपराधियों ने एक मंदिर में घुस पुजारी की हत्या कर कीमती मूर्तियां और जेवर को लूट कर ले भागे इस घटना के बाद सनसनी फैल गई. सुबह घटना की सूचना मिलते ही मंदिर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी हालांकि पुलिस सूचना देने के बावजूद काफी विलंब से पहुंची जिसके कारण लोगों में आक्रोश देखा गया. लोगों का कहना है कि नगरा थाने की पुलिस बालू कारोबारियों से पैसे उगाही में जुटी रहती है जिसके कारण अपराध बढ़ रहा है. उधर जिले में बढ़ते अपराध को लेकर अब व्यवसायियों में भी आक्रोश पनप रहा है. 6 अप्रैल को बढ़ते अपराध के खिलाफ व्यवसायियों ने नगरपालिका चौक पर धरना देने का आह्वान किया है.
व्यवसायियों का कहना है सबसे ज्यादा राजस्व व्यावसायी देते हैं लेकिन उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसी की नहीं, ऐसा अब नहीं चलेगा. व्यावसायी अब अपनी सुरक्षा को लेकर चरणबद्ध आन्दोलन करेंगे. 6 अप्रैल बुधवार को म्युनिसिपल चौक पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा. सारण में अपराधी बेलगाम हो गए है, इन पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है. लोगों ने कहा कि सारण के पुलिस कप्तान द्वारा तीन दिन का समय लिया गया था पिछले दिनों पीएन ज्वेलर्स में हुई डकैती के उद्भेदन के लिए, लेकिन आज तक न किसी की गिरफ्तारी हुई न हीं डकैती का माल बरामद हुआ.
बैठक में सारण जिला व्यावसायी संघ का गठन किया गया जिसमें विरेन्द्र साह को अध्यक्ष, श्याम बिहारी अग्रवाल को महासचिव तथा संदीप सोनी को सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गई. पुजारी की हत्या और लूट के मामले में सारण एसपी संतोष कुमार का कहना है कि जमीन के विवाद की बात सामने आ रही. मूर्तियां कीमती धातु की नहीं थीं और हाल ही में खरीदी गई हैं. उन्होंने कहा कि सभी अपराध की घटनाओं का पुलिस सही दिशा में अनुसंधान कर रही है और जल्दी उद्भेदन कर लिया जाएगा.