बिहार विधानसभा चुनाव के एनडीए के पक्ष में निर्णय ने एनडीए के खेमे को खुशियों से भर दिया वही दुसरे तरफ महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने भी कड़ी टक्कर देने मे कोई गुंजाइश नहीं रखी, अकेले अपने दम पर महागठबंधन की नया पार करने की हिम्मत दिखाने वाले तेजस्वी यादव को सहयोगियों और विश्वास मत का अभाव दिखा, विश्वास मत के अभाव ने महागठबंधन को जीत से दो कदम की दूरी पर रोक दिया, जीत के हीरो रहे एनडीए के नेता नितीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनने जा रहे है आपको जानकारी हो की नितीश कुमार 7वीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं
– सबसे पहले वह 03 मार्च 2000 को मुख्यमंत्री बने थे लेकिन बहुमत के अभाव में सात दिन में उनकी सरकार गिर गई.
– 24 नवंबर 2005 में दूसरी बार उनकी ताजपोशी हुई.
– 26 नवंबर 2010 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.
– 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया लेकिन 22 फरवरी 2015 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने.
– 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
– फिर आरजेडी का साथ छोड़ा तो बीजेपी के साथ 27 जुलाई 2017 को छठी बार ताजपोशी हुई.
NDA की इस जीत में भाजपा का अहम योगदान है मगर बीजेपी नीतीश कुमार को ही फिर से मुख्यमंत्री पद देने के अपने फैसले पर पूरी तरह कायम है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने नतीजों से पहले आज फिर से दोहराया कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार ही रहेंगे. पार्टी चाहे कितनी ही सीटों पर जीते, विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश के नाम पर ही मुहर लगेगी. उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा गरीबों के लिए किए गए कामों के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और उन्हें इस जीत का श्रेय भी दिया.