पटना. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 लोकसभा की रणनीति बनाने में लगे हैं, वहीं राजद नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार को तेजस्वी को सत्ता सौंप देने की बात कह दी है. इसी क्रम में शिवानंद तिवारी ने सीएम नीतीश को आश्रम में खोलने और वहां राजनीतिक प्रशिक्षण देने की सलाह भी दे दी है. शिवानंद तिवारी के नीतीश कुमार को आश्रम चले जाने की सलाह के बाद बिहार की सियासत गर्म हो चली है.
राष्ट्रीय जनता दल के राज्य परिषद की बैठक में बुधवार को राजद के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे. मंच पर लालू प्रसाद यादव के साथ तेजस्वी यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्धकी, रामचंद्र पूर्वे, शिवानंद तिवारी सहित तमाम बड़े नेता मौजूद थे. मंच पर जब राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी को जब बोलने का मौका मिला तो उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने के साथ 2025 में तेजस्वी को सत्ता सौंपने की मांग भी कर डाली.
शिवानंद तिवारी ने कहा, नीतीश कुमार ने कहा था कि एक आश्रम खोला जाए. 2025 में नीतीश कुमार तेजस्वी को बिहार की कमान देकर आश्रम चलें. आश्रम में राजनीतिक प्रशिक्षण देने कलम किया जाएगा. मैं खुद भी आश्रम साथ चलूंगा. शिवानंद तिवारी के नीतीश कुमार को आश्रम सलाह दिए जाने के बाद चर्चा शुरू है कि क्या शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार को राजनीतिक सन्यास लेने की सलाह दे दी है.
नीतीश ने तेजस्वी को बढ़ाने का किया था इशारा
शिवानंद तिवारी का बयान ऐसे वक्त में आया है जब पिछले दिनों नीतीश कुमार ने खुद तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए कहा था कि अब इन्हीं लोगों को आगे बढ़ाना है. नीतीश ने यह भी कहा था कि बिहार की सियासत में युवाओं को आगे बढ़ाना है. 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर नीतीश कुमार खुद देशभर में घूमकर सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में लगे हैं. ऐसे में शिवानंद तिवारी का तेजस्वी यादव को सत्ता सौंपने की बात कई मायनों में खास बन जाता है.
कांग्रेस ने कहा-नीतीश की जरूरत, जदयू भी बोला
शिवानंद तिवारी के नीतीश को आश्रम जाने की सलाह के बाद मचे घमासान में जदयू ने शिवानंद तिवारी के बयान का खंडन किया है. जदयू प्रवक्ता मंजीत सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार आज भी देश के राजनीति के विश्वविद्यालय है. नीतीश देश की सियासत में कल भी महत्वपूर्ण थे और आगे भी महत्वपूर्ण रहेंगे. वहीं कांग्रेस एमएलसी समीर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की जरूरत बिहार की सियासत में है. नीतीश कुमार के कामों के कारण ही कांग्रेस ने गठबंधन को समर्थन दिया है.