जयपुर. उदयपुर में नृशंस हत्या के शिकार हुये टेलर कन्हैयालाल को श्रद्धाजंलि देने के लिये रविवार को जयपुर उमड़ पड़ा. कन्हैयालाल को श्रद्धाजंलि देने के लिये राजधानी जयपुर के स्टेच्यू सर्किल पर हजारों की तादाद में उमड़े लोगों ने एक सुर में घटना का जमकर विरोध जताया. विरोध प्रदर्शन में शामिल हर कोई कन्हैया के हत्यारों को फांसी की मांग कर रहा था. इस दौरान आम लोगों के साथ साध-ुसंत और महंतों ने भी कन्हैयालाल को श्रद्धाजंलि दी. उदयपुर में जिस अमानवीय तरीके से कन्हैयालाल की हत्या को अंजाम दिया गया उसका गुस्सा यहां मौजूद हर शख्स के चेहरे पर नजर आ रहा था.
कन्हैयालाल को श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया. बाद में मौन रखकर दिवगंत की आत्मा की शांति की प्रार्थना की. कन्हैया की हत्या ने समाज के हर तबके को झकझोर कर रख दिया है. शांति, सौहार्द्र और भाईचारे की मिसाल माने जाने वाले सूबे में हुई इस घटना से लोग हैरान हैं, श्रद्धाजंलि सभा में आये लोगों का कहना था कि आखिर कट्टरपंथ का पाठ पढकर इस तरह इंसान को मौत के घाट उतार देना भला कौन बर्दाश्त कर सकता है
कन्हैया की हत्या से केवल राजस्थान ही नहीं बल्कि समूचा देश आहत है
इस घटना से न केवल राजस्थान बल्कि समूचा देश आहत है. घटना के विरोध में गांव से लेकर शहर तक बंद हो रहे हैं. सभ्य समाज इस हिंसा के विरोध में हर जगह खड़ा है. इंसानियत को बचाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं. लोगों का कहना था कि हिंसा का जवाब हिंसा नहीं हो सकता. जरूरत आतंक के उन चेहरों को पहचानने की है जो मजहब की आड़ लेकर हैवानियत की हदें पार कर रहे हैं. भारत ने सदियों से हर धर्म के लिए दरवाजे खुले रखे हैं. उसकी रग-रग में धर्मनिरपेक्षता बसती है.
जयपुर ने भी सद्भावना के इस यज्ञ में अपनी आहुति दी
उदयपुर के इन दोनों गुनहगारों ने समाज के हर वर्ग को झकझोरा है. इसलिए आज हर कोई अपने गुस्से का इजहार कर रहा है. जयपुर ने भी सद्भावना के इस यज्ञ में अपनी आहुति दी. उदयपुर मर्डर केस के बाद प्रदेशभर में लगी धारा-144 के बीच आयोजित इस श्रद्धाजंलि सभा के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस सुरक्षा बल तैनात रहा.