News Times 7
बड़ी-खबरब्रे़किंग न्यूज़मौसम 

दक्षिण-पश्चिम मानसून के आते ही महानंदा के जलस्‍तर में लगातार वृद्धि से महाप्रलय की आहट,

कटिहार. बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रवेश करने के साथ ही शुरुआती दौर की बारिश शुरू हो चुकी है. नेपाल की सीमा से लगते बिहार के जिलों में लगातार जोरदार बारिश हो रही है. तराई वाले इलाकों में अनवरत मूसलाधार बारिश होने के कारण नेपाल से बिहार की सीमा में प्रवेश करने वाली नदियां उफनाने लगी हैं. स्‍थानीय के साथ ही कुछ बड़ी नदियों के जलस्‍तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है. खासकर महानंदा नदी का जलस्‍तर काफी बढ़ गया है. इससे महाप्रलय की आहट अभी से दिखाई पड़ने लगी है. महानंदा के उफनाने से कटिहार के कई गांवों में बाढ़ का खतरा उत्‍पन्‍न हो गया है. जमीन का कटाव शुरू होने के साथ ही कुछ सड़कें भी बाढ़ के पानी में डूब गया था.42 एमएम बारिश से महानंदा में 50 और गंगा के जलस्तर में 5 सेमी की वृद्धि | 42  mm of rain increased the water level of 50 cm in Mahananda and 5 cm in  Ganga - Dainik Bhaskar

कटिहार के आजमनगर और प्राणपुर प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे को स्‍पष्‍ट तौर पर महसूस किया जा सकता है. दोनों प्रखंडों के निचले इलाके जलमग्‍न हो चुके हैं. खेतों की ओर जाने वाली सड़क भी डूब गई है. दूसरी तरफ, महानंदा के उफनाने से कई इलाकों में जमीन का कटाव भी शुरू हो गया है. इससे बड़ी आबादी पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ के खतरे के बीच कटिहार के जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने कहा कि बाढ़ और कटाव को लेकर कई स्तर पर बैठक हो चुकी है. जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य के साथ-सथ अन्‍य चीजों पर नजरें बनाए हुए है. उन्‍होंने बताया कि अभी तक पूरे जिले से परेशान करने वाली कोई सूचना नहीं मिली है.water level of gandak river increased rapidly two dozen villages of sadar  block cut off contact with headquarters asj | गंडक नदी का तेजी से बढ़ा  जलस्तर, सदर प्रखंड के दो दर्जन

महानंदा, गंगा और कोसी नदियों से घिरा है कटिहार
बाढ़ के लिहाज से रेडियम कहे जाने वाले कटिहार में अभी से ही बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. दरअसल, कटिहार का इलाका महानंदा, कोसी और गंगा नदी से घिरा हुआ है, ऐसे में जिला वासियों के लिए बाढ़ नियति बन गई है. एक बार फिर महानंदा नदी महाप्रलय का आभास कराने लगी है. कटिहार के दो प्रखंड आजमनगर और प्राणपुर के निचले इलाकों में खेतों तक जाने वाली सड़क डूब गई है. हर दिन तेजी से बढ़ता जलस्तर निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की तरफ रुख करने के लिए मजबूर कर रहा है.

Advertisement

कई गांवों पर बाढ़ का खतरा
आजमनगर प्रखंड के बैरिया, इमाम नगर शिव मंदिर टोला, कंहारिया, रतनपुर बिलदारी और प्राणपुर प्रखंड के ग्रामदेवती, गजहर गांव के निचले इलाके में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. दूसरी तरफ कोसी और गंगा नदी अब तक स्थिर है. गंगा नदी के पास स्थित अमदाबाद प्रखंड के कई इलाकों में कटाव तेज हो गया है, जिससे लोग विस्थापित होने लगे हैं. अमदाबाद प्रखंड के लखनपुर पंचायत की मुखिया स्वेता मुखर्जी ने कहा कि कटाव तेज है. वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि वह बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

Advertisement

Related posts

भारत में बढ़ने लगे कोरोना के मामले पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6531 मामले आए सामने वही 315 लोगों की हुई मौत

News Times 7

मोदी सरकार को डर किस बात का? राहुल गांधी ने समझाई क्रोनोलॉजी

News Times 7

वार्ड सदस्‍य से घूस लेते मुखियाजी रंगे हाथ गिरफ्तार, विजिलेंस ले गई पटना

News Times 7

Leave a Comment

टॉप न्यूज़
ब्रेकिंग न्यूज़