पटना. बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का बयान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. पिछले दिनों कैमूर की सभा में उन्होंने कहा था कि विभाग में कई चोर हैं, ऐसे में मैं चोरों का सरदार हूं और मेरे ऊपर भी कई चोर हैं. उनके इस बयान के बाद सियासत तेज हुई लेकिन इसके बाद भी सुधाकर सिंह आज तक अपने बयान पर कायम हैं. सुधाकर सिंह ने कहा कि मैंने कोई नई बात नहीं कही है. पिछले कई सालों से अपनी बात कहता आया हूं.
सुधाकर ने कहा कि हमारे पूरे भाषण के कुछ अंश को ही खबर बनाया गया है. कृषि मंत्री ने कह दिया है कि मेरे नेता लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव हैं और उनके पास पूरी बात रख चुका हूं. अब लालू ही पूरी स्थिति को देखेंगे. वो जब तक कहेंगे तब तक मैं अपना विभाग देखूंगा.
कैबिनेट में इस्तीफे की घटना पर सफाई
कैबिनेट की बैठक के बाद यह चर्चा का विषय बना रहा कि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बैठक के बीच से ही उठ कर निकल गए और इस्तीफे तक की पेशकश कर दी लेकिन सुधाकर सिंह ने इस मसले पर सफाई देते हुए कहा कि ऐसी कोई बात ही नहीं हुई. कैबिनेट मीटिंग खत्म होने के बाद मैं निकला था लेकिन इस्तीफे की पेशकश नहीं की थी. डीजल अनुदान पर चर्चा हुई और किसानों की डीजल अनुदान की राशि स्वीकृत की गई.
शहाबुद्दीन, जॉर्ज फर्नांडीज और आनंद मोहन को बताया सरकार का सताया
कृषि मंत्री ने लालू प्रसाद यादव को अपना नेता बताते हुए कहा कि हमारे नेता लालू प्रसाद हैं और उनकी मर्जी से मंत्री पद पर हूं. जब मीडिया ने सवाल किया कि गठबंधन के नेता नीतीश कुमार हैं और शाहबुद्दीन ने भी ऐसा ही कुछ कहा था. ऐसे में सुधाकर सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पिछले 17 सालों में शहाबुद्दीन के साथ कई नेता परेशान रहे हैं. शाहबुद्दीन की तो जेल में ही मृत्यु हो गई. शाहबुद्दीन के साथ जॉर्ज फर्नांडीज, आनंद मोहन भी सरकार में परेशान रहे हैं. मैं खुद तीन महीने जेल में रहा हूं यह सबको पता है कि मैं किस जुर्म में जेल में गया था.
मंडी कानून को वापस लागू करवाना चाहते हैं कृषि मंत्री
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने सरकार से नाराजगी के सवाल पर कहा कि मेरी कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है. मेरी दो मांगे हैं जो जरूरी हैं. इसके बिना कोई भी कृषि कैबिनेट फायदेमंद नही हैं. सबसे ज्यादा जरूरी है बिहार में मंडी कानून फिर से लागू हो जो पिछले 2006 से निलंबित कर दिया गया है. मंडी कानून लाने से किसानों को बड़ा फायदा होगा, साथ ही उन्होंने धान खरीद की पूरी व्यवस्था बदलने की मांग की. कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बताया कि धान खरीद किसी एक जगह की बजाय और कंपनी होनी चाहिए. इसकी पूरी व्यवस्था बदलनी चाहिए.