गहलोत सरकार को घेरने के लिए भाजपा ने अलवर में गुरुवार को हुंकार रैली का आगाज किया लेकिन रैली में ज्ञानदेव आहूजा के विवादित बयान से भाजपा घिर गई है। करौली, जोधपुर हिंसा और अलवर के राजगढ़ में मंदिर तोड़ने की घटना को लेकर भाजपा ने अलवर से हुंकार रैली की आगाज किया है। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी सहित भाजपा के कई बड़े दिग्गज नेता पहुंचे। इसी दौरान रामगढ़ के पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने विवादित बयान दे दिया।
रैली को संबोधित करते हुए ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि मुसलमानों ने कभी राज नहीं किया। राज मुगलों और अफगानों ने किया। ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि तुम्हारे बाप दादा को मार-मार कर मुसलमान बनाया गया है। मुगलों ने आज के मुस्लिम को प्रताड़ित किया, बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म किया तो तब कन्वर्ट होकर मुसलमान बने, नहीं तो हिंदू थे। आज के मुसलमान हिंदू से कन्वर्ट होकर ही बने हैं। इसलिए एक दिन मुसलमानों को हिंदू बनना ही पड़ेगा।
अलवर से ही हुंकार रैली की शुरुआत करने के पीछे कई मुद्दे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि अलवर मूकबधिर नाबालिग प्रकरण में पीड़िता को अबतक न्याय नहीं मिल सका है। समाज के लोग आंदोलन पर हैं। वहीं राजगढ़ में 300 साल पुराने मंदिर तोड़ने और अलवर में ही अपराध बढ़ने को लेकर रैली की शुरुआत यहीं से की गई है।
गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान
हुंकार रैली में भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार की विफलताओं को जनता के सामने रख कर आगामी विधानसभा चुनाव में उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। अलवर के बाद बीजेपी के नेता जिले-जिले तक जाएंगे।
रैली और पोस्टर दोनों से वसुंधरा गायब
दूसरी ओर इस रैली से भाजपा की फूट भी सामने आ गई है। हुंकार रैली के पोस्टर में प्रधानमंत्री मोदी, जेपी नड्डा, सतीश पूनिया, गुलाबचंद कटारिया सहित स्थानीय नेताओं की फोटो हैं लेकिन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पोस्टर से गायब हैं। इस सभा में वसुंधरा राजे शामिल भी नहीं हुई हैं।