सरकारी तेल कंपनियां 22 मार्च से अब तक 14 बार देश में तेल के दाम बढ़ा चुकी हैं और महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल की कीमत 122 रुपये लीटर से भी ज्यादा पहुंच गई है. ऐसे में सवाल उठता है कि हमारे पड़ोसी देशों में पेट्रोल किस रेट पर मिल रहा है
हमने जब http://globalpetrolprices.com पर पड़ताल की तो पता चला कि 4 अप्रैल को पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 62.53 रुपये प्रति लीटर रही, जो भारत के मुकाबले करीब आधी है. इतना ही नहीं भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका में भी पेट्रोल की कीमत 75.53 रुपये लीटर है. इसके अलावा बांग्लादेश में पेट्रोल 78.53 रुपये लीटर, भूटान में 86.28 रुपये लीटर और नेपाल में 96.80 रुपये लीटर बिक रहा है. हालांकि, चीन में पेट्रोल की कीमत 110 रुपये लीटर से ज्यादा है.
भारत में तेल कंपनियों ने पिछले 16 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 10.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है. इसके बाद दिल्ली-मुंबई सहित देश के लगभग सभी शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा पहुंच गए.
इन देशों में सबसे महंगा बिक रहा पेट्रोल
दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं, जहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 200 रुपये से भी ज्यादा पहुंच गई है. हांगकांग में पेट्रोल 218.85 रुपये लीटर बिक रहा, जबकि नीदरलैंड में 191.34 रुपये लीटर दाम हो गया है. इसके अलावा मोनाको में 189 रुपये, नार्वे में 186.50 रुपये और फिनलैंड में 179.14 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है.
यहां मिलता सबसे सस्ता तेल
एक तरफ जहां सबसे महंगे पेट्रोल बिकने वाले देश हैं तो दूसरी ओर ऐसे भी देश हैं जहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 2 रुपये से भी कम है. वेनेजुएला में पेट्रोल 1.90 रुपये लीटर बिक रहा है. इसके अलावा लीबिया में 2.43 रुपये लीटर, इरान में 3.89 रुपये लीटर, सीरिया में 23.99 रुपये और अल्जीरिया में 24.44 रुपये लीटर पेट्रोल बिक रहा है.
दुनिया में पेट्रोल की औसत कीमत भारत से कम
भारत में जहां पेट्रोल का रेट 120 रुपये से भी ऊपर चल रहा है, वहीं दुनिया में इसका औसत मूल्य 101.76 रुपये प्रति लीटर है. हालांकि, सरकार दावा करती है कि दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारत में तेल की कीमतों में सबसे कम बढ़ोतरी की गई है.
सरकार का दावा जरा हटके
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक दिन पहले कहा था कि देश में तेल के दाम ग्लोबल मार्केट के दबाव में बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक एक साल के बीच तुलना करें तो दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारत में कीमतें बेहद कम बढ़ी हैं. इस दौरान अमेरिका में पेट्रोल की कीमत 51 फीसदी, कनाडा में 52 फीसदी, जर्मनी में 55 फीसदी, स्पेन में 58 फीसदी और फ्रांस में 50 फीसदी बढ़ गईं, जबकि भारत में महज 5 फीसदी की वृद्धि हुई है.