दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त और मजबूत बनाने की दिशा में केजरीवाल सरकार लगातार प्रयासरत है. ऐसे में सरकार की ओर से एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है.
सरकार की ओर से अपने सभी 39 अस्पतालों में अब डॉक्टरों, कर्मचारियों और तीमारदारों के लिए कैफेटेरिया खोले जाने की योजना तैयार की गई है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के पूर्व महानिदेशक डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में छह सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया है जोकि इस संबंध में आगे की कार्रवाई करेगी.
इस बीच देखा जाए तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से से हाल ही में इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है. इस आदेश में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के पूर्व महानिदेशक डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है जोकि अस्पतालों में कैफेटेरिया शुरू करने के लिए उपयुक्त जगह की पहचान करेगी.
इसके बाद संबंधित रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग को सौंपेगी. कमेटी की सिफारिश पर अस्पतालों में जल्द ही कैफेटेरिया शुरू करने का काम किया जा सकेगा. बताया जाता है कि यह कैफेटेरिया 24 घंटे खुले रहेंगे और सस्ते दाम पर तीमारदारों के लिए अच्छा और स्वादिष्ट भोजन व जलपान उपलब्ध कराने का काम करेंगे.
अस्पताल के इतने एरिया में खुले सकेंगे ये सभी कैफेटेरिया
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी एस.एम अली की ओर से इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है. इस आदेश की माने तो मरीजों के परिजनों के खानपान के लिए 500 से अधिक बेड वाले अस्पतालों में 1,000 से 1,500 वर्ग फुट जगह में कैफेटेरिया की व्यवस्था की जाएगी. 500 से कम बेड वाले अस्पतालों में मरीजों के परिजनों के लिए 800 से 1,000 वर्ग फुट जगह में खानपान की व्यवस्था की जाएगी.
डॉक्टरों व कर्मचारियों के लिए भी खुलेंगे कैफेटेरिया
इसके अलावा सभी अस्पतालों में डॉक्टरों व कर्मचारियों के लिए 500 से 800 वर्ग फुट में कैफेटेरिया शुरू होगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित कमेटी सभी अस्पतालों के प्रबंधन के साथ मिलकर जगह की पहचान और इस योजना पर अमल सुनिश्चित कराएगी. दिल्ली सरकार के 39 अस्पताल हैं. इन सभी में यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
अस्पतालों को दौरा कर सकती है कमेटी
बताया जाता है कि अस्पतालों में कैफेटेरिया खोलने का मकसद अस्पताल में मरीजों के परिजनों को भी अच्छा खाना उपलब्ध कराना है. आदेश में कहा गया है कि कमेटी दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों से संपर्क कर सकती है और इन सभी अस्पतालों का दौरा भी कर सकती है, ताकि स्थान की जरूरत का आकलन किया जा सके और योजना के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए जल्द से जल्द एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जा सके.