बिहार के प्रदेश का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बनकर तैयार हो गया है. पटना के बुद्धमार्ग में 100 करोड़ के लागत से तैयार हुआ भव्य इस्कॉन मंदिर कई मायनों में अनूठा है. इस इस्कॉन मंदिर का तीन मई को विधिवत उदघाटन होगा जिसमें कई गणमान्य लोग शामिल रहेंगे. इस्कॉन मंदिर में उद्घाटन समारोह सहित पूरा कार्यक्रम पांच दिनों का होगा जिसमें एक मई से कार्यक्रम की शुरुआत होगी. पटना इस्कॉन के अध्यक्ष श्री कृष्ण कृपादास ने बताया कि श्री राधा बांके बिहारी जी और वैदिक संस्कार केंद्र के नाम से इस मंदिर का भव्य उदघाटन किया जाएगा.
जानिए इस्कॉन मंदिर की क्या है खासियत
पटना के इस्कॉन मंदिर की खासियत इसकी बनावट है. इसका निर्माण प्रसिद्ध ऐतिहासिक द्वारिकाधीश मंदिर के तर्ज पर 84 खंभों पर किया गया है. 84 खंभों पर बनाने का दार्शनिक कारण भी है. अध्यक्ष श्री कृष्ण कृपादास ने बताया कि जैसे 84 योनि का धार्मिक दर्शन है वैसे में एक बार 84 खंभों की परिक्रमा करने पर जीवन के 84 योनि के चक्र से बाहर हो सकता है.
पूरे इस्कॉन मंदिर का निर्माण ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के खानदान ने किया है. मंदिर में लगाया गया संगमरमर विश्व प्रसिद्ध उसी मरकाना का है जिससे ताजमहल का निर्माण हुआ है. इस मंदिर में प्रेक्षागृह, गोविंदा रेस्टोरेंट और अतिथिशाला का निर्माण किया गया है. भगवान के सभागार के साथ तीन और सभागार हैं जहां एक साथ हजारों लोग इक्ट्ठा हो सकेंगे.