शराबबंदी के बाद अब तंबाकू पर बैन लगाने की तैयारी नितीश सरकार द्वारा की जा रही है, नीतीश सरकार ने प्रदेश को नशामुक्त करने का अभियान छेड़ रखा है. शराबबंदी के बाद अब तंबाकू को भी प्रतिबंधित करने की तैयारी है. सूत्रों की मानें तो शिक्षा विभाग खैनी पर रोक की शुरुआत करने जा रहा है. ऐसे में मास्टर साहब के लिए स्कूलों में खैनी खाना महंगा पड़ सकता है. टीचर्स की जांच की जाएगी और यदि उनके पास से तंबाकू बरामद हुआ तो उन्हें निलंबित भी किया जा सकता है. शराबबंदी के बाद तंबाकू बंदी अभियान की शुरुआत जल्द ही की जा सकती है. इसकी तैयारी जोरशोर से की जा रही है. शिक्षा विभाग जल्द ही इस बाबत सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी और डीईओ को निर्देश जारी करने वाला है.
जानकारी के अनुसार, तम्बाकू बंदी अभियान की शुरुआत जल्द ही की जाएगी. सूत्रों की मानें तो शिक्षा विभाग जल्द ही इसको लेकर अभियान शुरू करने जा रहा है. इसका प्रारंभ सरकारी स्कूलों से किया जाएगा. यानि स्कूल के शिक्षक अब क्लास रूम या स्कूल कैम्पस में खैनी नहीं खा सकेंगे. इस बाबत शिक्षकों की कभी भी तलाशी ली जा सकती है. गुरुजी की जेब की अब कभी भी जांच हो सकती है. शिक्षा विभाग इसको लेकर सभी जिलों के डीएम, एसपी और डीईओ को जल्द ही निर्देश जारी करनेवाला है. इस अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस की भी मदद ली जाएगी.
चलाया जाएगा जागरुकता अभियान
औचक निरीक्षण और जांच के साथ ही शिक्षा विभाग जागरुकता अभियान भी चलाएगा, ताकि शिक्षक हों या बच्चे उन्हें तम्बाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी मिल सके. तंबाकू नियंत्रण जनस्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है, इसकी भी जानकारी दी जाएगी. आदेश जारी होते ही जिले के डीईओ, डीपीओ से लेकर पुलिस अधिकारी तक कभी भी स्कूलों में दस्तक दे सकते हैं और शिक्षकों की जेब की तलाशी ले सकते हैं.
खैनी मिलने पर तुरंत सस्पेंड
खैनी के साथ पकड़े जाने पर शिक्षकों के खिलाफ तत्काल निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में खैनी का सेवन करनेवाले और जेब में चुनौटी रखने वाले गुरुजी को अब सावधान होना होगा. अन्य विभागों की तरफ से भी जल्द ही शहर के चौक-चौराहों पर तम्बाकू से होनेवाले नुकसान को लेकर सभी जिलों में अभियान चलाए जाएंगे. यह अभियान इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि तम्बाकू से कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है. सबसे ज्यादा मुंह के कैंसर की आशंका रहती है.