सीबीएसई 12बोर्ड की परिक्षा को लेकर काफी उथल पुथल मचा लेकीन किसी भी स्थायी निर्णय पर शिक्षा मंञालय नही पहुंच पाया, बडे -बडे़ बैठकों के दौर चले पर नतिजा कुछ हाथ नही आया, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग का आयोजन हुआ, जिसमें सभी राज्यों को इस बारे में सलाह देने को कहा गया. राज्यों ने 25 मई तक अपने सलाह केंद्र को भेज दिये हैं. हालांकि सूत्रों की मानें तो इस बार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा सिर्फ 30 मिनट की होने वाली है. इस बारे में केंद्र की ओर से अब कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है
CBSE class 12th Board Exam आयोजित करने के लिये शिक्षा मंत्रालय और बोर्ड, विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहा है. इसमें परीक्षा की अवधि कम करने का सुझाव भी शामिल है. हालांकि सीबीएसई ने इस पर कुछ भी कहने से इंकार किया है और कहा है कि छात्रों और अभिभावकों को आधिकारिक फैसला आने तक इंतजार करना चाहिए.
बता दें कि सीबीएसई कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 रद्द करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसे सोमवार तक के लिये स्थगित कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एएम खानविलकर की अगुआई वाली बेंच इस महामारी के बीच कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रही है. लगभग 7000 अभिभावकों ने भी इस महामारी के बीच कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
सीबीएसई कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 को रद्द करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया गया था. यह याचिका केरल के एक शिक्षक टोनी जोसेफ ने दायर की थी. अपने आवेदन में उन्होंने कहा कि परीक्षा रद्द करना छात्रों के साथ अन्याय होगा. उसमें कहा गया था कि कक्षा 12वीं की परीक्षा एक छात्र के जीवन का एक अभिन्न अंग है और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण है!