होली के लिए 100 से ज्यादा फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें उत्तर रेलवे से चलाई जाएंगी. ये ट्रेनें 10 अप्रैल 2021 तक चलाई जाएंगी. होली के मौके पर ट्रेनों में भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए इन ट्रेनों का ऐलान किया गया है ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके. इसके अलावा इंडियन रेलवे ने ट्रेन यात्रा के लिए कई सख्त नियम भी बनाए हैं, जिनका पालन नहीं करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
सामान्य ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा चुकाना होगा किराया
रेलवे ने बताया कि होली के त्योहार पर चलाई जाने वाली फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में से कुछ फिलहाल चल भी रही हैं. दरअसल, दिवाली के समय चलाई गई कुछ फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों को ज्यादा मांग की वजह से बंद नहीं किया गया था. इसलिए ये ट्रेनें अभी तक चल रही हैं. उत्तर रेलवे अभी भी ऐसी 36 ट्रेनें चला रहा है. खास बात ये है कि फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में मुसाफिरों को 30 फीसदी ज्यादा किराया चुकाना होता है. असल में यह आदेश साल 2015 में जारी किया गया था, जिसके मुताबिक स्पेशल ट्रेनों में आम ट्रेनों के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा किराया चुकाना होता है.
भारतीय रेलवे ने होली के लिए 100 से ज्यादा फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाने का किया ऐलान
रेलवे 10 अप्रैल तक अपनी ज्यादातर पुरानी ट्रेनों को फिर से पटरी पर उतारने की योजना पर काम कर रहा है. ऐसे में मुसाफिरों को जल्द ही रेलवे की तरफ से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है. हालांकि, फिलहाल सभी ट्रेनें नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट (NDMA) के तहत चलाई जाएंगी. ऐसे में मुसाफिरों के ट्रेन में सफर के दौरान कोरोना वायरस की रोकथाम से जुड़े सभी निर्देशों और सावधानी का पालन करना होगा. मौजूदा समय में रेलवे की करीब 1,100 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें स्पेशल ट्रेन के तौर पर चलाई जा रही हैं. वहीं, पश्चिम रेलवे ने अहमदाबाद डिवीजन के ध्रांगध्रा-सामाखियाली खंड पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के कारण पश्चिम रेलवे से निकलने या टर्मिनेट होने वाली लंबी दूरी की कुछ ट्रेनें रद्द या डायवर्ट करने का निर्णय भी लिया है.
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