गुजरात मॉडल के बारे में तो सब ने सुना होगा ,लेकिन गुजरात में क्रिकेट मॉडल जिस तरीके से उभर कर सामने आया यह थोड़ा हैरान करने वाला है ,क्योंकि जिस स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है उसका उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया ,लेकिन यह पूरी तरीके से दो गुजराती उद्योगपतियों के हाथ में गया ,दरअसल उस स्टेडियम के ऐड की जिम्मेवारी एक तरफ से अंबानी को मिली तो दूसरी ओर से अडानी को मिली ,पूरी तरीके से उद्योगपतियों के गिरफ्त में यह स्टेडियम गया,
पवेलियन एंड अडानी के नाम
इस स्टेडियम का पवेलियन छोर गौतम अडानी की कंपनी के नाम पर है। दूसरे एंड का नाम मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के नाम पर है। अडानी और अंबानी दोनों ही गुजरात से हैं। आम तौर पर किसी स्टेडियम के दो छोर को पवेलियन एंड और मीडिया एंड भी कहते हैं। जिस छोर पर खिलाड़ियों का ड्रेसिंग रूम होता है, उसे पवेलियन एंड कहा जाता है। पवेलियन एंड के विपरीत छोर पर मीडिया कर्मियों के बैठने की व्यवस्था होती है। इसे मीडिया एंड कहा जाता है।
नाम के लिए कंपनियां चुकाती हैं फीस
किसी स्टेडियम, स्टेडियम में मौजूद एंड या स्टैंड के नाम कंपनियों के नाम पर होना नई बात नहीं है। आम तौर पर स्टेडियम की देखरेख करने वाली संस्था इसके लिए बोली आमंत्रित करती है। जो कंपनी ज्यादा बोली लगाती है, उसके नाम पर स्टेडियम या स्टैंड का नाम रखा जाता है। इंग्लैंड में एमिरेट्स स्टेडियम, एतिहाद स्टेडियम, जापान में निसान स्टेडियम, यामाहा स्टेडियम, टोयोटा स्टेडियम, पोलैंड में पेप्सी एरीना इसके उदाहरण हैं।
नेताओं के नाम पर सैकड़ों स्टेडियम
दुनियाभर के दिग्गज नेताओं के नाम पर स्टेडियम का नाम रखना भी पुराना चलन है। मोटेरा का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम से पहले सरदार पटेल स्टेडियम था। सरदार पटेल भी नेता ही थे। देश में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम पर भी कई स्टेडियम हैं। पाकिस्तान ने लाहौर के अपने क्रिकेट स्टेडियम का नाम लीबिया के तानाशाह कर्नल गद्दाफी के नाम पर रखा था
राहुल बोले- सच कितनी खूबी से सामने आता है
नरेंद्र मोदी के नाम पर स्टेडियम बनने पर कांग्रेस की भौहें तन गईं। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर हम दो-हमारे दो की बात दोहराई। कहा- “सच कितनी खूबी से सामने आता है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम- अडानी एंड-रिलायंस एंड।” प्रियंका गांधी ने सरदार पटेल का एक कोट सोशल मीडिया पर शेयर किया। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने इसे ‘आत्ममुग्ध प्रचार मंत्री का मास्टरस्ट्रोक’ करार दिया। इस पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले- क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कभी केवड़िया में सरदार वल्लभभाई पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा की तारीफ की? क्या वे कभी वहां गए? हम और क्या कह सकते हैं?