News Times 7
अर्थव्यवस्थाबड़ी-खबरब्रे़किंग न्यूज़

26 फरवरी को पूरा भारत के बाजार बंद रहेंगें, थम जाएंगे ट्रकों के पहिए 1500 जगह पर होगा विरोध प्रदर्शन

(सीएआईटी) की ओर से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रावधानों की समीक्षा की मांग को लेकर 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। वहीं ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यूए) ने सीएआईटी के बंद के आह्वान का समर्थन किया है।Trade Unions Call For Nationwide Protest On July 3 - सरकार की नीतियों से  नाराज ट्रेड यूनियन, तीन जुलाई को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन - Amar Ujala  Hindi News Live

ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से कहा गया कि सीएआईटी के समर्थन, ईंधन के बढ़ते दाम और ई-वे बिल को लेकर वे भी चक्का जाम करेंगे। बता दें कि सीएआईटी के नेतृत्व में आगामी 26 फरवरी को जीएसटी के बेतुके एवं तर्कहीन प्रावधानों को वापस लेने तथा ई कामर्स कंपनी अमेजन पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर भारत को बंद करने का एलान किया गया है।

सीएआईटी ने कहा कि जीएसटी के हालिया प्रावधानों के खिलाफ देशभर में 1,500 स्थान पर धरना-प्रदर्शन होंगे। संगठन ने जीएसटी सिस्टम की समीक्षा और टैक्स स्लैब को और सरल करने और कारोबारियों के नियमों के अनुपालन के लिए इसे और तार्किक बनाने का आह्वान किया है।Bharat Bandh: Commercial markets across India to remain shut on Feb 26

Advertisement

ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र आर्य ने कहा कि सीएआईटी को समर्थन देने के लिए एसोसिएशन चक्का जाम करेगा। एआईटीडब्ल्यूए ई-वे बिल को समाप्त करने की मांग करता है। उन्होंने कहा कि देश में लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों से परिवहन उद्योग को परेशानियां हो रहीं हैं। केंद्र सरकार को ईंधन की कीमतों को कम करना चाहिए।Nonlegal Col transportation | कोयला ढो रहे ट्रकों से प्रदूषण के साथ सड़कें  खराब - Dainik Bhaskar

सीएआईटी की ओर से जारी बयान कर कहा गया कि देशभर के सभी वाणिज्यिक बाजार बंद रहेंगे और सभी राज्यों के विभिन्न शहरों में धरना दिया जाएगा। देशभर के 40,000 से ज्यादा ट्रेडर्स एसोसिएशन इस बंद का समर्थन करेंगे। बयान में कहा गया कि पिछले चार साल में जीएसटी में करीब 950 संशोधन हो चुके हैं। जीएसटी पोर्टल में लगातार तकनीकी गड़बड़ी और अनुपालन दबाव इस सिस्टम की खामियों में शामिल हैं।जीएसटी सिस्टम की सफलता के लिए स्वैच्छिक अनुपालन सबसे अहम है, क्योंकि इससे अधिक-से-अधिक लोग अप्रत्यक्ष कर प्रणाली से जुड़ेंगे। इससे टैक्स बेस बढ़ेगा और रेवेन्यू में इजाफा होगा।

 

Advertisement
Advertisement

Related posts

भारत मंडपम से भी बड़ा, 11000 लोगों के बैठने की क्षमता, PM मोदी करेंगे ‘यशोभूमि’ का उद्घाटन

News Times 7

शरद पवार ने दिया जवाब ,जानिए अब कौन होगा NCP का ‘विश्वसनीय चेहरा’?

News Times 7

जुता खोजने के लिए मुजफ्फरपुर रेलवे थाने में दर्ज हुआ मामला, ढूंढने में जुटी दो राज्यों की पुलिस

News Times 7

Leave a Comment

टॉप न्यूज़
ब्रेकिंग न्यूज़