आज राज्यसभा से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसदों की विदाई हो रही है इस भावुक पल में अपने ही स्पीच पूरी करते हुए तमाम सांसदों के आंखों से आंसू निकल गए इस क्षण में प्रधानमंत्री मोदी भी खुद को रोक नहीं पाए और वह भी भावुक नजर आए, इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने गुलाम नबी आजाद को विदाई देते हुए कहा कि आप को सदन में वापस आना चाहिए ,अगर कांग्रेस आपको वापस नहीं लाती है तो हम ऐसा करने को तैयार हैं इस सदन को आप जैसे लोगों की जरूरत है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए कहा कि आजाद ऐसे नेता हैं जो अपने दल के साथ साथ सदन और देश की भी चिंता करते रहे है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के पद पर रहते हुए उन्होंने कभी दबदबा स्थापित करने का प्रयास नहीं किया। दोनों सदनों में आजाद के लंबे कार्यकाल का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सौम्यता, विनम्रता और देश के लिए कुछ कर गुजरने की कामना प्रशंसनीय है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजाद की यह प्रतिबद्धता उन्हें आगे भी चैन से नहीं बैठने देगी और उनके अनुभवों से देश लाभान्वित होता रहेगा। प्रधानमंत्री ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय आजाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे और वह स्वयं गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उसी दौरान जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमले में गुजरात के कुछ पर्यटक मारे गए थे। मोदी ने कहा कि आजाद ने जब उन्हें फोन पर इसकी जानकारी दी तो उनके आंसू रूक नहीं रहे थे और ऐसा लगा कि आजाद ने परिवार के सदस्य के रूप में गुजरात के प्रभावित लोगों की चिंता की। प्रधानमंत्री इस घटना का जिक्र करते हुए खुद भावुक हो गए।
कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, भाजपा के शमशेर सिंह मन्हास और पीडीपी के मीर मोहम्मद फैयाज तथा नजीर अहमद लवाय का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।