अक्सर आपने खिलाड़ियों को देखा होगा जो हर तरीके से फिट होते हैं ,शारीरिक किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है ,लेकिन पहली बार टेस्ट में डेब्यू करने का मौका भारत के एक ऐसे गेंदबाज को मिलने जा रहा है जो ,सिर्फ एक कान से ही सुनते हैं दरअसल डिटेल ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह डेब्यू करने वाले वाशिंगटन सुंदर भारत के 301वे टेस्ट खिलाड़ी के रूप में डेब्यू कर रहे हैं , पहला ऐसा मौका है की ऐसा खिलाड़ी है भारत क्रिकेट के इतिहास में किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल में खेल रहा है!
IPL13 के बाद नेट बॉलर के रूप में आस्ट्रेलिया लाए गए वाशिंगटन सुंदर की किस्मत चमकी और उन्हें ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह टेस्ट में देखने का मौका मिला है, दरअसल अश्विन सिडनी में भारत को ऐतिहासिक ड्रॉ कराने के दौरान चोटिल हो गए थे, इससे पहले सुंदर सिडनी के खिलाफ सीमित ओवर की सीरीज में खेले थे ,वाशिंगटन सुंदर की बात करें तो वह सिर्फ एक कान से सुन पाते हैं, जब वह 4 साल के थे तब उनकी बीमारी का पता चला,कई अस्पतालों में इलाज के बाद पता चला यह रोग असाध्य है, सुंदर को भी इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन उन्होंने इस कमजोरी को हावी नहीं होने दिया और कमजोरी को मजबूती बनाते हुए सुंदर ने 2016 में तमिलनाडु में जगह बनाई थी, वे कहते हैं कि मुझे मालूम है कि फील्डिंग के दौरान साथी खिलाड़ियों को कोऑर्डिनेट करने में दिक्कत होती है, पर उन्होंने कभी इसके चलते मुझसे शिकायत नहीं की वी मेरी कमजोरी को लेकर कुछ नहीं कहते, सुंदर पार्थिव पटेल के बाद सबसे कम उम्र में टीम इंडिया की ओर से वनडे में खेलने वाले खिलाड़ी बने थे 18 साल 69 दिन में जबकि पार्थिव पटेल ने 2003 में 17 साल में डेब्यू किया था , वाशिंगटन सुंदर के नाम से एक राज छुपा है उनके पिता M सुंदर ने अपने गॉडफादर EDवाशिंगटन के नाम पर अपने बेटे का नाम रखा था, ईडी वाशिंगटन सुंदर के पिता की काफी मदद की और मुश्किल में परिवार के साथ खड़े रहे इसलिए सुंदर के पिता ने उन्हें अपना गॉडफादर मानते हैं!