तमिलनाडु में पोंगल के पर्व को सियासत में बदलने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चेन्नई पहुंचे , तो वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी तमिलनाडु पहुंचकर बड़ा सियासी संकेत दे चुके हैं , क्योंकि इसी साल तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसे देखते हुए तमाम राजनीतिक दल लोगों को प्रभावित करने के उद्देश्य से कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहते ,और हर कार्यक्रम में पहुंचकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करा रहे हैं
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार शाम चेन्नई पहुंचे, वे यहां पोंगल पर आयोजित एक कार्यक्रम में शरीक होंगे। इस साल तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का एक ही दिन व त्योहार के मौके पर यहां पहुंचना भावी सियासी बिसात का संकेत दे रहा है।
नड्डा शाम को चेन्नई पहुंचे, वे यहां भाजपा के पोंगल कार्यक्रम में शामिल होंगे। भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों ने उनका एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया। बता दें, जयललिता और करुणानिधि के निधन से राज्य में अब कोई करिश्माई चेहरा मौजूद नहीं है। यही वजह है कि जनता को लुभाने के लिए सभी दल त्योहार के मौके पर वादों से लेकर तमाम तरह के तोहफों की बारिश करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। पोंगल का उत्सव इससे अलग नहीं है। सत्ताधारी एआईएडीएमके इसके जरिए राज्य में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत कर रही है।
राज्य सरकार ने प्रत्येक परिवार को 2500 रुपये नकद, गन्ने, एक शर्ट और साड़ी के सातथ पोंगल बनाने की सामग्री देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पलानीसामी और स्वास्थ्य मंत्री विजयभास्कर खुद इन उपहारों को बांटने में जुटे हुए हैं। वहीं एआईएडीएमके की समर्थक भाजपा भी इस मौके को भुनाने में जुट गई है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा आज तिरुवलूर पहुंचेंगे और पोंगल कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी गुरुवार को मदुरै पहुंचे और उन्होंने जलीकट्टू का खेल देखा। इस खेल का आयोजन किसानों द्वारा किया जाता है।
जल्लीकट्टू देखने पहुंचे राहुल गांधी ने कहा, ‘तमिल संस्कृति, इतिहास देखना काफी प्यारा अनुभव था। मुझे खुशी है कि जल्लीकट्टू को व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बैल और युवा दोनों सुरक्षित हैं और सभी का ध्यान रखा जा रहा है। मुझे तमिलनाडु के लोगों से बहुत प्यार और स्नेह मिला है और यह मेरा कर्तव्य है कि मैं उनके साथ खड़ा रहूं और उनके इतिहास, संस्कृति और भाषा की रक्षा करूं।’