डीजल और पेट्रोल से दूर होने की कवायद पूरी दुनिया में एक साथ हो रही है ,अगर पर्यावरण के लिहाज और अर्थव्यवस्था को देखें तो अब तक सभी कंपनियों ने डीजल और पेट्रोल के ही वर्जन में गाड़ियों की बिक्री की थी ,और सफलता भी हासिल किया लेकिन अर्थव्यवस्था से बड़ी बात पर्यावरण पर पड़ी जब इसका खामियाजा विश्व के सभी देश एक साथ भुगते , लेकिन धीरे-धीरे अब कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक्स के दौर में आना शुरू कर चुकी हैं! इन नामों में एक नाम एलन मस्क का भी है , जो मारुति, हुंडई ,टोयोटा ,महिंद्रा के बाद अपनी एंट्री भारत के बाजारों में कराने को तैयार हैं, एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली टेस्ला कंपनी की भारत में एंट्री हो गई है, टेस्ला यहां लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण और कारोबार करेगी , टेस्ला ने आधिकारिक रूप से बेंगलुरु में पंजीकरण किया है, कंपनी का ऑफिस बेंगलुरु क्लब के सामने रिचमंड सर्कल जंक्शन पर स्थित है , टेस्ला के एंट्री के बाद यहां इलेक्ट्रिक कार बनाने की होड़ और तेज होने वाली है, बाजार में कंपटीशन देते हुए टेस्ला जब अपनी इलेक्ट्रॉनिक्स कार्य इलेक्ट्रिक कारें मार्केट में लाएंगे तब और ज्यादा कंपटीशन भारतीय बाजारों में बढ़ेगा,
रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने 1.5 करोड़ की पूंजी के साथ पंजीकृत किया है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने टेस्ला का स्वागत किया है. वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कर्नाटक ग्रीन मोबिलिटी की ओर भारत की यात्रा का नेतृत्व करेगा. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता टेस्ला जल्द ही भारत में बेंगलुरु में एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट के साथ अपना परिचालन शुरू करेगी. मैं एलन मस्क का भारत में स्वागत करता हूं.
कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के अनुसार, टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड 8 जनवरी को बेंगलुरु में पंजीकृत हुई. वैभव तनेजा, वेंकटरंगम श्रीराम और डेविड जॉन फेंस्टीन इसके निदेशक हैं. तनेजा टेस्ला में CFO हैं, जबकि फेंस्टीन टेस्ला में ग्लोबल सीनियर डायरेक्टर, ट्रेड मार्केट एक्सेस हैं. बताया जाता है कि इस साल से टेस्ला अपना ऑपरेशन्स शुरू कर देगी. भारत में बेंगलुरु से बिजनेस शुरू करने वाली इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन नंबर 142975 है.
बता दें कि भारत में टेस्ला के आने की चर्चा पिछले साल से थी. टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अक्टूबर में एक ट्वीट में कहा था कि उनकी कंपनी 2021 में भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि टेस्ला अगले साल भारत में अपना कामकाज शुरू करेगी. उन्होंने कहा था कि भारत में अगले पांच साल में दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादक बनने की क्षमता है.