अक्सर विवादों में रहने वाली और अपने बयानों की वजह से जाने जाने वाली प्रज्ञा ठाकुर ने फिर से एक विवादित बयान देकर भारत की राजनीति में आग लगाने का काम किया है ! प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि क्षत्रिय क्षत्रिय को कह दो तो बुरा नहीं लगता, ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो तो बुरा नहीं लगता ,वैश्य को वैश्य कह दो तो बुरा नहीं लगता, पर शूद्र को शूद्र कह दो तो तुरंत बुरा लग जाता है ऐसा क्यों क्योंकि समझ नहीं पाते, आपको जानकारी हो कि आगामी पश्चिम बंगाल के चुनाव होने हैं जहां हर ओर से भाजपा के नेतृत्व के लगातार ममता बनर्जी पर निशाना साधने की कोशिश की जा रही है! पर बहुत ज्यादा सफलता न पाते हुए बीजेपी को अभी वहां दिख रहा है क्योंकि ममता की पकड़ अपने बंगाल पर बखूबी है और इसी पकड़ को कमजोर करने की कवायद भाजपा नेताओं की जारी है! लगातार पश्चिम बंगाल के दौरे पर सभी बड़े नेता जा रहे हैं तो अपने तीखे तेवर से हर कोई बंगाल की जनता को आश्चर्यचकित करना चाहता है!
बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में हार का अहसास हो गया है इसलिए वो हताश हैं, कुंठित हैं. उन्होंने कहा, ममता जान गई हैं कि उनका शासन अब प्रदेश में खत्म हो गया है.
भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव जीतेगी और पश्चिम बंगाल में हिंदू राज स्थापित होगा. प्रज्ञा ठाकुर ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही है.
इससे पहले उन्होंने कहा कि क्षत्रिय को क्षत्रिय कहो तो बुरा नहीं लगता, ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो बुरा नहीं लगता. वैश्य को वैश्य कह दो बुरा नहीं लगता. शुद्र को शुद्र कह दो बुरा लग जाता है. कारण क्या है? क्योंकि समझ नहीं पाते.
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के मामले में तीन आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. तीनों अधिकारियों को डेप्युटेशन पर दिल्ली बुलाया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेपी नड्डा की सुरक्षा में लापरवाही के चलते शनिवार को ये कार्रवाई की है.
गृह मंत्रालय के एक्शन पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने गृह मंत्रालय पर पश्चिम बंगाल के IAS और IPS अधिकारियों को आतंकित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को डेप्युटेशन पर भेजना, गृह मंत्रालय द्वारा दबाव डालने की रणनीति है. ऐसा करके राज्य में इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा की जा रही है.
वहीं बीजेपी नेताओं पर हो रहे हमले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा है. कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बीजेपी नेताओं पर ईंट बरसा रही हैं.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी हमले की साजिश रची गई, लेकिन, बीजेपी की अपनी रीति-नीति है. हम अपनी सहिष्णुता नहीं छोड़ते. हम ईंट का जवाब फूल से देंगे. हमारा ‘कमल’ राज्य को नई पहचान देगा.