दुनिया में बढ़ते कोरोना के कहर के बीच जर्मनी ने 20 दिसंबर तक के लिए आंशिक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। वहीं, सोशल कॉन्टैक्ट को लेकर जारी पाबंदियों को जनवरी तक के लिए उठाया जा सकता है। फेडरल स्टेट के मिनिस्टर-प्रेसिडेंट के साथ बैठक के बाद वर्ग प्रेस कॉन्फ्रेंस में चांसलर एंजेला मर्केल ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस बात पर चर्चा हुई कि अगर कोरोना के नए मामलों में कमी नहीं आई है, तो हम पाबंदियों को जनवरी की शुरुआत तक बढ़ा सकते हैं। जर्मनी में अब कुल 9.83 लाख कोरोना के मामले में सामने आ चुके हैं, जबकि लगभग 15 हजार लोगों की इस कारण से मौत भी हुई है। वहीं, अमेरिकी प्रशांत (यूके) में 5 मई के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा 696 मौतें दर्ज की गईं।
सूडान के पूर्व प्रधानमंत्री और नेशनल उम्मा पार्टी के अध्यक्ष सादिक महदी की कोरोना की वजह से बुधवार को मौत हो गई। सूडान की मीडिया के मुताबिक, महदी इस महीने की शुरुआत में कोरोना संक्रमित हुए थे। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में आखिरी सांस ली। वे 1966-67 और 1986-1989 तक सूडान के प्रधानमंत्री रहे।
अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि हाल ही में वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में रिकॉर्ड डेवलपमेंट देखा गया है। इनमें से कुछ वैक्सीन के रिजल्ट तो काफी ज्यादा असरदार रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका दिसबंर के अंत या अगले साल जनवरी की शुरुआत में वैक्सीनेशन शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें इसके लिए एक असरदार प्लान भी बनाना होगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हर व्यक्ति तक जल्द से जल्द वैक्सीन पहुंचे।
दुनियाभर में अब तक 6.07 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 4.20 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 14.26 लाख लोगों की जान जा चुकी है।
वहीं, ब्रिटेन में कोरोना की वजह से पिछले 24 घंटे में 696 मौतें दर्ज की गईं और 18 हजार 213 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। एक दिन में सबसे ज्यादा मौतों की बात करें, तो 5 मई के बाद से बुधवार को सबसे ज्यादा मौतें रिकॉर्ड की गईं। आधिकारिक आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गई। हाल ही में कुछ वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी थी कि क्रिसमस से पहले पाबंदियों में राहत की सरकार की प्लानिंग कोरोना की आग पर ईंधन छिड़कने का काम कर सकती है।
उधर, ब्रिटेन में 22 बिलियन डॉलर (लगभग 2 लाख करोड़ रुपये) का टेस्ट और ट्रेस प्रोग्राम फेल होने की कगार पर है। इसमें सरकार के नुमाइंदों को 1 लाख 10 हजार लोगों तक पहुंचना था। आधिकारिक डेटा के मुताबिक, 10 में से 4 लोगों ने सेल्फ आइसोलेशन से इनकार किया। ब्रिटेन में महामारी की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। गार्जियन के मुताबिक, टेस्ट और ट्रेस प्रोग्राम ब्रिटेन के महज 58% प्रकारों तक ही पहुंच पाए हैं।
रूस को पीछे छोड़ फ्रांस कोरोना के मामले से सबसे ज्यादा प्रभावित चौथा देश बन गया है। फ्रांस में अब तक 21.70 लाख मामले सामने आ चुके हैं। 50,618 लोगों की इस महामारी की वजह से मौत हो गई है, जबकि 1.56 लाख लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।