उन्होंने सरदार पटेल, इंदिरा गांधी और महर्षि वाल्मिकी को भी याद किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने दशहरा की शुभकामनाओं के साथ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार जब आप खरीदारी के लिए जाएं तो वोकल फोर लोकल के अपने संकल्प को याद रखें। उन्होंने देशवासियों से दीपावली के मौके पर एक दीया भारत के वीर सपूतों के सम्मान में जलाने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें अपने छोटे-छोटे प्रयासों के जरिए एक भारत-श्रेष्ठ भारत के सपनों में रंग भरने हैं। इस दौरान उन्होंने सरदार पटेल, इंदिरा गांधी और महर्षि वाल्मिकी को भी याद किया। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर सेक्टर में नई संभावनाएं बनता देख, हमारे युवा भी काफी संख्या में इससे जुड़ने लगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा देश प्रतिभाओं से भरा हुआ है। अंत में उन्होंने लोगों से प्रतिभावान लोगों के बारे में बात करने, लिखने और उनकी सफलताओं को शेयर करने का आग्रह किया प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के खिलाफ जो लड़ाई हम लड़ रहे हैं उसमें जीत सुनिश्चित है. लेकिन कोरोना संकट के दौरान हमें धैर्य बनाए रखना है. मोदी ने कहा कि पहले दुर्गा पूजा के अवसर पर बड़े-बड़े पंडाल लगते थे. दशहरे के अवसर पर भी रामलीला के आयोजन में भी कुछ बंदिशें लगी हैं. नवरात्र में भी मंदिरों पर भी भारी भीड़ रहती थी, लेकिन इस बार सबने संयम बरता है. अभी आगे और पर्व आने वाले हैं, जिनमें ईद, बाल्मीकि जयंती, शरद पूर्णिमा, दीपावली, धनतेरस, छठी मइया की पूजा और गुरु नानक जयंती भी है, लेकिन हमें मर्यादा में रहना है.
सैनिक के नाम जलाएं एक दीया
पीएम मोदी ने कहा, “हमें अपने उन जांबाज सैनिकों को भी याद रखना है, जो, इन त्योहारों में भी सीमाओं पर डटे हैं, भारत माता की सेवा और सुरक्षा कर रहे हैं. हमें उनको याद करके ही अपने त्योहार मनाने है, हमें घर में एक दीया, भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है. मैं अपने वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि आपर भले ही सीमा पर हैं, लेकिन पूरा देश आपके साथ है, आपके लिए कामना कर रहा है, मैं उन परिवारों के त्याग को भी नमन करता हूं, जिनके बेटे बेटियां आज सरहद पर है.
प्रधानमंत्री ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए
प्रधानमंत्री ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए उनके सेंस ऑफ ह्युमर को याद किया. पीएम ने कहा कि जरा उस लौह पुरुष की छवि की कल्पना कीजिए जो राजे-रजवाड़ों से बात कर रहे थे और जन आंदोलन का प्रबंधन कर रहे थे. इन सब के बीच उनका सेंस ऑफ ह्युमर पूरे रंग में होता था. पीएम ने कहा कि हालात चाहे कितनों ही खराब क्यों न हो, लेकिन व्यक्ति को अपना सेंस ऑफ ह्युमर जिंदा रखना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा देश एक है, लेकिन ऐसी ताकतें भी हैं जो हमारे मन में संदेह का बीज बोने की कोशिश करती रही है. देश ने ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने देश की एकता का प्रचार प्रसार करने वाली वेबसाइट ekbharat gov वेबसाइट देखने को कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान तकनीक आधारित कई प्रयोग हमारे देश में हुए. झारखंड में छोटे स्तर पर महिलाओं ने फार्म फ्रेश नाम का एक एप बनाया जिसके जरिए लोग ताजा सब्जी घर तक मंगा सकते थे. पीएम ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे ही प्रयोग करें.