- .सीतामढ़ी की धरती का एक धार्मिक महत्व है
- .बिना सीता के राम अधुरे
- अयोध्या से भी बडा सीता का मंदीर बनेगा
- .सरकार बनी तो वादो को पुरा करने की बात कही
ज्यों- ज्यों चुनाव नजदीक आ रहे हैं नेताओं ने मुंह से वादो की झडी लगा दी है इसी क्रम मे एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान सीतामढ़ी मे एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहे की मैं यहां पर एक भव्य सीतामंदिर बनवाऊंगा. जो अयोध्या के राममंदिर से भी बड़ा होगा. सीता के बिना भगवान राम अधूरे हैं और राम के बिना सीता. इसलिए एक कॉरिडोर बनवाया जाएगा जो सीतामढ़ी को अयोध्या से जोड़ेगा.
इस दौरान लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया चिराग पासवान ने अपने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्युमेंट को लॉन्च किया, जिसमें बिहार की कई समस्याओं का समाधान था. उन्होंने कहा कि बिहार में कई महान दिव्य शक्तियों का जन्म हुआ, लेकिन दुर्भाग्य ऐसा है कि किसी ने भी राज्य की धरोहर को बचाने का प्रयास नहीं किया. प्रदेश सरकार का राजस्व भी इससे बढ़ेगा. सीतामढ़ी में इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
चिराग पासवान का यह भी कहना है कि बिहार में जो भी दिव्य शक्तियां रही हैं उन सबको धार्मिक पर्यटन से जोड़ा जाना चाहिए. इससे पहले चिराग पासवान ने अपने ट्विटर हैंडल से नीतीश कुमार के विरोध में एक और ट्वीट किया. उन्होंने अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा है कि आप सभी से अनुरोध है कि जहां भी एलजेपी के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं उन सभी स्थानों पर बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट को लागू करने के लिए एलजेपी के प्रत्याशियों को वोट दें, जबकि अन्य स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी के साथियों को दें. आने वाली सरकार नीतीशमुक्त सरकार बनेगी. असम्भव नीतीश.