दिल्ली के कई कॉलेजों में दाखिले के लिए 100 प्रतिशत की जो कट ऑफ लिस्ट जारी हुई है उसे लेकर चिंतित दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई कॉलेज में कट ऑफ 100 प्रतिशत है, ऐसे में बच्चे दाखिले के लिए बेहद चिंता में हैं और उनके ऊपर भारी दबाव है।
केजरीवाल ने कहा कि बच्चों के ऊपर साल दर साल बढ़ता दबाव देखकर यह महसूस होता है कि दिल्ली में और अधिक कॉलेज तथा विश्वविद्यालय खोलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के उस कानून में भी बदलाव की जरूरत होगी जो अंग्रेजों के दौर में बनाया गया था।
अंग्रेजों के बनाए कानून के अनुसार दिल्ली में कोई भी कॉलेज अगर खुलेगा तो उसे दिल्ली विश्वविद्यालय से मान्यता मिलना जरूरी होगा। दिल्ली में बीते कई दशक से कोई कॉलेज नहीं खुला है क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वह और कॉलेज को एफिलिएट कर सके।
The Delhi University Act made during the British era states that a new college needs to be affiliated with Delhi University. I've written to the Minister of Education seeking to amend the Act so that new colleges and universities can be opened in Delhi: CM Arvind Kejriwal https://t.co/KOFNwNaFYr
Advertisement— ANI (@ANI) October 16, 2020
केजरीवाल ने आगे कहा कि ऐसे में जरूरत है कि अंग्रेजों के उस कानून में बदलाव किया जाए और नए कॉलेजों को आईपी यूनिवर्सिटी से संबद्ध करने की अनुमति मिले जिससे ज्यादा कॉलेज खुल सकें। जब ज्यादा कॉलेज खुलेंगे तो बच्चों के ऊपर कट ऑफ का प्रेशर नहीं होगा। हम नए कॉलेज खोलने को तैयार हैं, फंड करने को भी तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह केंद्रीय शिक्षा मंत्री से अनुरोध करेंगे कि दिल्ली में और कॉलेज खोलने की अनुमति मिले।