अमेरिका अपने यहां अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस भेज रहा है. वे बेड़ियों में जकड़कर, तकलीफें सहकर किसी तरह इंडिया पहुंच रहे हैं. एक विमान पहले आ चुका है और दूसरा शनिवार को अमृतसर में उतरने वाला है. वैसे तो यह देश की इज्जत की बात है. लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसमें अपना-पराया ढूंढ लिया. भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, अब नई साजिश के तहत पंजाब और पंजाबियों को बदनाम किया जा रहा है. पंजाब में उतरने वाले लोगों में ज्यादातर पंजाब के रहने वाले नहीं हैं. सिर्फ पंजाब को बदनाम करने के लिए यह कोशिश की जा रही है
भगवंत मान ने कहा, अमेरिका ने हमारे लोगों को डिपोर्ट करना शुरू किया तो पहला जहाज अमृतसर में उतारा गया. इसमें पंजाब के लोग कम थे और दूसरे राज्यों के लोग ज्यादा थे. चलो पहला जहाज उतारा तो हमने सोचा कोई बात नहीं, लेकिन दूसरा जहाज भी अमृतसर में ही क्यों? यह जहाज अमृतसर में ही क्यों उतारे जा रहे हैं? विदेश मंत्रालय बताए कि यह क्यों किया जा रहा है? पंजाब को ही क्यों बदनाम किया जा रहा है? पीएम मोदी ट्रंप को अपना दोस्त बताते हैं, लेकिन क्या उन्हें ये गिफ्ट मिला है.
अभी जहाज हवा में, रास्ता बदल दीजिए
भगवंत मान ने पूछा, बाकी देशों ने अपने लोगों के लिए अपने जहाज भेजे. यह कौन सी विदेश नीति है? बांग्लादेश की शेख हसीना जब वहां से आईं तो वह भी फौजी जहाज में आई थीं, उन्हें हिंडन में उतारा गया था. इन्हें भी वहां उतारते तो हम अपने लोगों को वहां से ले आते. सरकार सिर्फ मीडिया की सुर्खियों में पंजाब को बदनाम करना चाहती है. अगर संख्या के हिसाब से उतारना है तो फिर पहला जहाज अंबाला या गुजरात में क्यों नहीं उतरा? हम जानते हैं कि हमें बदनाम किया जा रहा है. मैं विदेश मंत्रालय से निवेदन करता हूं कि अभी जहाज हवा में है, आप इसे किसी और राज्य के हवाई अड्डे पर उतार लें. हम हरियाणा सरकार की तरह कैदियों वाली वैन में नहीं लेकर जाएंगे. अगर यहां जहाज उतरता है तो सभी को मिलूंगा और केंद्र का विरोध भी करूंगा