लीमा. दक्षिणी पेरू (Peru) में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है. यहां शनिवार को एक सोने की खदान में आग (Fire In Peru Gold Mines) लगने से कम से कम 27 श्रमिकों की मौत हो गई. खदान कंपनी यानाक्विहुआ ने कहा है कि इस घटना में 175 श्रमिकों को बचा लिया गया है. यह दक्षिण में अरेक्विपा क्षेत्र में एक छोटी खदान है. बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है.
BBC की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने कहा कि जब आग लगी तब श्रमिक सतह से करीब 100 मीटर (330 फीट) नीचे काम कर रहे थे. स्थानीय मीडिया की तस्वीरों में पहाड़ी से आग की लपटें और धुआं निकलते देखा जा सकता है. पीड़ितों के रिश्तेदारों को बसों द्वारा अरेक्विपा क्षेत्र के यानाक्विहुआ खदान में लाया गया, जहां उन्हें सुरक्षा एजेंटों द्वारा जानकारी दी गई. कुछ लोग अपने प्रियजनों के शवों की प्रतीक्षा करने के लिए खदान के प्रवेश द्वार पर पोस्टरों के सामने बैठे रहे.
कंपनी ने कहा कि वह तत्काल जांच कर रही है. खदान कंपनी ने कहा, ‘इस दुखद समय में हम शोक संतप्त और बचाए गए श्रमिकों के लिए मदद को प्राथमिकता दे रहे हैं.’ एक बयान में क्षेत्रीय सरकार ने कहा कि निकटतम पुलिस स्टेशन दूरस्थ स्थल से लगभग 90 मिनट की दूरी पर है, और निकटतम शहर से कई घंटे दूर है, जिससे आपातकालीन प्रतिक्रिया जटिल हो गई है.
पेरू के समाचार पत्र ला रिपब्लिका की रिपोर्ट है कि लापता श्रमिकों के रिश्तेदार रविवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन उन्हें साइट पर जाने से मना कर दिया गया. पेरू दुनिया के सबसे बड़े सोने के उत्पादकों में से एक है, जो प्रति वर्ष 100 टन से अधिक का खनन करता है. यह पूरी दुनिया की वार्षिक आपूर्ति का लगभग 4 प्रतिशत है. जबकि शनिवार की आग को वर्षों में सबसे भीषण आपदा माना जा रहा है. देश के खनन उद्योग में एक वर्ष में दर्जनों मौतें असामान्य नहीं हैं.