भारतीय सेना चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच 350 हल्के लड़ाकू टैंक खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी ,भारतीय नौसेना भी 24 हेलिकॉप्टरों को लीज पर लेने जा रही है। भारतीय सेना और नौसेना ने शुक्रवार को अपनी-अपनी इन जरूरतों के लिए रिक्वेस्ट फॉर इंफार्मेशन (आरएफआई) जारी कर दिया।
भारतीय सेना की तरफ से जारी आरएफआई के मुताबिक, हल्के टैंक विभिन्न पर्वतीय परिस्थितियों में लड़ाकू अभियानों को हर परिस्थिति में संचालित करने के लिए उपयोगी होने चाहिए।
रक्षा व सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना इन 350 टैंकों की खरीद उस कंपनी से करेगी, जो ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत इनका निर्माण भारत में ही करेगी। इन हल्के टैंकों की खरीद सेना की पहाड़ी क्षेत्रों में लड़ाकू क्षमता में इजाफा करने के लिए की जा रही है।
बता दें कि हाल ही में आई एक रिपोर्ट में सेना के जल्द ही हल्के टैंकों की खरीद करने और उनमें से अधिकतर को चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई सेक्टरों में तैनात करने का इशारा किया गया था।
आरएफआई में यह भी कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय महज टैंकों की खरीद के साथ ही उनके निर्माण से जुड़ी समग्र तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध कराने वाली कंपनी को प्राथमिकता देगा ताकि भविष्य में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत उनका निर्माण खुद कर सके।
उधर, नौसेना की आरएफआई में कहा गया है कि लीज पर लिए जाने वाले 24 हेलिकॉप्टर व उनके ग्राउंड सपोर्ट उपकरण अगले पांच साल तक सेवा में रहेंगे।
लीज में कंपनी को सभी तरह की मेंटिनेंस सुविधा भी उपलब्ध करानी होगी, जिसमें नौसेना के एयर व मेंटिनेंस क्रू का प्रशिक्षण भी शामिल है। इन हेलिकॉप्टरों की बोली प्रक्रिया में उत्पादक कंपनियों के साथ ही सरकार समर्थित निर्यात एजेंसियां भी हिस्सा ले सकती हैं।
हालांकि उन्हें भारतीय रक्षा खरीद मानकों पर खरा उतरना होगा। ये दोहरे इंजन वाले व दो पायलटों वाले हेलिकॉप्टर 5 टन या उससे कम वजन के और दिन या रात किसी भी समय नौसेना के जहाजों से अभियानों को अंजाम देने में सक्षम होने चाहिए।