रायपुर. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में 10 पुलिसकर्मी और एक चालक की मौत हो गई. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, नक्सलियों ने पूरी प्लानिंग से आईईडी बिछाई थी और जवानों को लेकर जा रहे वाहन का टायर सीधा आईईडी पर पड़ा जिस वजह से बड़ा धमाका हुआ. सूत्रों ने बताया कि केन्द्र और छत्तीसगढ़ सरकार की संयुक्त रणनीति से दंतेवाड़ा इलाके में नक्सलियों बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है और इसी से बौखलाकर उनके बचे काडरों ने इस हमले को अंजाम दिया.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना अरनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत उस समय हुई जब राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक दल नक्सल विरोधी अभियान से लौट रहा था. यह क्षेत्र राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 450 किलोमीटर दूर स्थित है. नक्सलियों ने माल ढुलाई वाली उस मिनी वैन को विस्फोट से उड़ा दिया जिसमें सुरक्षाकर्मी यात्रा कर रहे थे
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, ‘दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर क्षेत्र अंतर्गत माओवादी कैडर की उपस्थिति की सूचना पर नक्सल विरोधी अभियान के लिए पहुंचे डीआरजी बल पर आईईडी विस्फोट से हमारे 10 डीआरजी जवान एवं एक चालक के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है. हम सब प्रदेशवासी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उनके परिवारों के साथ दुःख में हम सब साझेदार हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.’ बघेल ने कहा, ‘नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई अपने अंतिम चरण में है. नक्सलियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. हम समन्वित तरीके से काम करेंगे और नक्सलवाद को खत्म करेंगे.’
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की और दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में 10 पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना के बाद की स्थिति का जायजा लिया. अधिकारियों के मुताबिक शाह ने स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया. अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री ने बघेल से बात की और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार को हरसंभव मदद देगी