पटना/नालंदा. नालंदा के बिहारशरीफ (Biharsharif) में हालात सामान्य बनाने के लिए सरकार और प्रशासन ने एड़ी चोटी एक कर दी है. डीजीपी आरएस भट्टी (DGP RS Bhatti) रविवार की रात से बिहारशरीफ दौरे पर हैं. डीजीपी ने अधिकारियों के साथ हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. देर रात 9:00 बजे डीजीपी आरएस भट्टी शहर के विभिन्न इलाकों में घूमने निकले और वहां के हालात को नजदीक से जाना. डीजीपी ने जायजा लेने के क्रम में जुलूस के रास्ता से लेकर दूसरे दिन जिस जगह से हिंसा की शुरुआत हुई वहां भी पहुंचे
इसके पहले डीजीपी और मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाई लेवल मीटिंग की. डीजीपी ने दावा किया कि बिहारशरीफ में विधि व्यवस्था के हालात नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि अब तक 109 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन लोगों की पहचान करके गिरफ्तारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन सख्त है और किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा. डीजीपी ने आश्वस्त किया कि आगे ऐसी घटना नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में 1832 जुलूस चल रहे थे. लेकिन 2 जिलों में ऐसी घटना घटी है. उन्होंने कहा कि इन कारणों का निष्पक्ष अनुसंधान किया जाएगा. डीजीपी आरएस भट्टी ने दावा किया कि हर साल रामनवमी के मौके पर अर्धसैनिक बल की मांग की जाती है. लेकिन, इस बार घटना के बाद अर्थसैनिक बल मांगा गया है. उन्होंने दावा किया कि सभी जुलूस लाइसेंस के तहत निकले हैं और अगर कहीं उल्लंघन किया गया है तो इसकी जांच भी की जाएगी.
इधर इस मसले पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी (Chief Secretary Aamir Subhani
) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि रामनवमी को लेकर प्रशासन की तरफ से ज्यादा पुलिस की तैनाती की गई थी. तमाम बड़े अधिकारियों के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की गयी थी. रामनवमी से पहले पिछले सालों की घटनाओं के आधार पर सूचना भी शेयर किया गया था. उन्होंने कहा कि राज्य के 2 शहरों को छोड़कर सभी शहरों में रामनवमी अच्छे से संपन्न हुआ.