छपरा. बिहार के छपरा में जहरीली शराब कांड की जांच अब एसआईटी करेगी. इसके लिए तीन डीएसपी और 31 पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया है जिसका नेतृत्व एसपी स्वयं करेंगे. गौरतलब है कि छपरा में पिछले 48 घंटे के अंदर जहरीली शराब पीने से अधिकारिक रूप से 30 लोगों की मौत हो गई है जबकि यह आंकड़ा 40 से भी अधिक बताया जा रहा है.
डीएम सारण राजेश मीणा ने बताया कि सदर अस्पताल छपरा 27 और पटना में 3 यानी 30 शवों का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है. डीएम सारण ने बताया कि शराब काण्ड में एसडीपीओ मढ़ौरा अनुमंडल इंद्रजीत बैठा की लापरवाही सामने आई है और उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ उनके स्थानांतरण की अनुशंसा की गई है, जबकि मशरक थानाध्यक्ष रितेश कुमार मिश्रा और चौकीदार विकेश तिवारी को कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
एसपी सारण संतोष कुमार ने बताया कि इस मामले से जुड़े चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और इसुआपुर और मशरक थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. एसआईटी का गठन कर मामले के उद्भेदन की जिम्मेवारी एएसपी सह एसडीपीओ सोनपुर अंजनी कुमार को सौंपी गई है. एसआईटी में तीन पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी और 31 पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है. इस बीच पुलिस ने जिले के सभी थानों में जब स्प्रीट के स्टॉक की जांच शुरू कर दी, खासकर मशरक थाने में जब्त कर रखे गए स्प्रीट के सैंपल को जांच के लिए लेबोरेटरी भेजा गया है