बीजिंग: चीन में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए बनाई गई ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ की क्रूरता के खिलाफ अब लोगों का धैर्य टूटने लगा है. प्रदर्शन की आग फॉक्सकॉन फैक्ट्री से निकलकर चीन के बाकी इलाकों में पहुंच गई है. कई स्थानों पर सुरक्षाबलों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प की खबरें सामने आ रही हैं. दक्षिणी चीन के ग्वांग्झाऊ शहर में अनिवार्य लॉकडाउन तोड़कर लोग अपने घरों से निकल रहे हैं और शून्य कोविड नीति के खिलाफ विद्रोह कर दिया है. लोग ग्वांग्झाऊ सिटी से बीजिंग की तरफ आ रहे हैं. उन्हें रोकने के लिए हाईवे पर मिट्टी डालकर उसे बंद कर दिया गया है. नए भर्ती किए गए Foxconn कर्मचारियों और चाइना पीपल्स पुलिस के बीच उस होटल में 24 नवंबर (रात) से संघर्ष जारी है, जहां कर्मचारियों को क्वारंटाइन किया गया है. श्रमिक चिल्ला रहे हैं, ‘पुलिस लोगों को पीट रही है…पुलिस ने लोगों को मार डाला. उन अवैध एजेंटों को गिरफ्तार क्यों नहीं करते?
चीन में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ने लगे हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक 25 नवंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार चीन में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोनावायरस संक्रमण के 32,943 मामले सामने आए हैं, जो कल की तुलना में 1287 अधिक हैं. कोरोना संक्रमण में खतरनाक वृद्धि को देखते हुए प्रमुख शहरों में लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है. ग्वांग्झाऊ के 8 जिलों की कुल आबादी करीब 66 लाख है और वहां लोगों को 5 दिनों तक अपने-अपने घरों में रहने को कहा गया है. शहर की सरकार ने संक्रमण से निपटने की कार्रवाई के तहत वहां व्यापक स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं. लोग इस क्रूर लॉकडाउन का सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं.
इससे पहले गुरुवार को चीन में कोरोनावायरस संक्रमण के 31,444 नए मामले सामने आए थे. चीन के वुहान शहर में 2019 में सामने आए संक्रमण के पहले मामले के बाद देश में सामने आए ये सबसे अधिक दैनिक मामले हैं. अमेरिका और अन्य देशों की तुलना में चीन में संक्रमण से मौत के कम मामले सामने आए हैं, लेकिन फिर भी देश की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने वायरस को लेकर कोई भी कोताही नहीं बरतने की नीति अपना रखी है, जिसके तहत एक से दूसरे शहर लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है. जीरो कोविड पॉलिसी के चलते करीब 35 लाख लोग घरों में कैद हो गए हैं. लोगों को घर पर ही सारी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं. कई जगह कैंप लगाकर जांच बढ़ा दी गई है. लोगों के बीजिंग आने-जाने पर प्रतिबंध है