नई दिल्ली. ट्विटर को भारी भरकम राशि चुकाकर खरीदने के बाद एलन मस्क अब ट्विटर यूजर्स से पैसे कमाने के तरीके खोज रहे हैं. कंपनी अब पैसा छापने का ऐसा ही एक प्लान लेकर आई है. अब ट्विटर पर अपने वेरिफाइड ब्लू टिक बैज को बनाए रखने के लिए यूजर्स को भुगतान करना होगा.
अब जबकि एलन मस्क को एहसाह हुआ है कि उनके पास ट्विटर के जरिए पैसा बनाने की कोई सटीक योजना नहीं है तो पैसा वसूली का काम शुरू करने पर विचार किया जा रहा है. मीडिया में आ रहीं अलग-अलग रिपोर्ट्स का दावा है कि ट्विटर अब ब्लू टिक को बनाए रखने के लिए यूजर्स से प्रति माह के लिए 20 डॉलर चार्ज कर सकता है. आज के एक्सचेंज के हिसाब से 1,650 रुपये महीना. इतना ही नहीं, ट्विटर यूजर्स को ट्विटर ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन खरीदने के लिए भी मजबूर भी किया जा सकता है.
तो ब्लू टिक छोड़ने को तैयार यूजर
शुरुआती प्रतिक्रियाएं एलन मस्क की नई कंपनी के लिए सुखद नहीं हैं. यदि लोगों को ट्विटर पर ब्लू टिक के लिए पैसे देने पर मजूबर किया गया तो अधिकतर यूजर इसे छोड़ने को तैयार हैं. यूजर्स मानते हैं कि वेरिफिकेशन प्रोसेस बिलकुल फ्री रहना चाहिए, जैसा कि अभी है.
दिलचस्त यह है कि मस्क 20 डॉलर के बजाय 8 डॉलर (661 रुपये, आज के एक्सचेंज रेट के हिसाब से) तक कीमत कम करने को तैयार हैं. वास्तव में, मस्क की इस सोच से लगता है कि वह ट्विटर पर 44 बिलियन डॉलर खर्च करने के बाद कुछ कमाना चाहते हैं. ज्यादा नहीं तो कम ही सही, पर कुछ कमाई तो की जाए
स्टीफन किंग ने कहा- भाड़ में जाओ
अमेरिकी लेखक स्टीफन किंग ने $20 के शुल्क की आलोचना करते हुए ट्विटर पर लिखा, “मेरा ब्लू चेक रखने के लिए $20 प्रति माह? भाड़ में जाओ, उन्हें मुझे भुगतान करना चाहिए.”
इसके उत्तर में एलन मस्क ने बिना कोई देरी किए लिखा, “हमें किसी न किसी तरीके से बिल भुगतान करने की ज़रूरत है! ट्विटर पूरी तरह से विज्ञापनदाताओं पर भरोसा नहीं कर सकता. $8 के बारे में क्या विचार है?” उन्होंने आगे जवाब दिया, “मैं इसे लागू करने से पहले पूरे तर्क के साथ चीजों को स्पष्ट करूंगा. यह बॉट्स और ट्रोल्स को हराने का एकमात्र तरीका है
मस्क की मंशा पर सवाल
इसलिए, मूल रूप से एलन मस्क सोचते हैं कि लोगों को एक वेरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंड के लिए भुगतान करना वास्तविक लोगों को मंच पर रखने का एकमात्र तरीका है. यदि बॉट्स (Bots) और ट्रोल्स (Trolls) को दूर करना है तो शुल्क लगाओ. बेशक, इसे समझा जा सकता है. लेकिन, जब मस्क कहते हैं कि अकेले विज्ञापन के जरिए ट्विटर का रेवेन्यू नहीं बढ़ाया जा सकता तो उनकी मंशा पर सवाल उठना लाजिमी है. लगता है कि उनका पहला लक्ष्य पैसा बनाना है, न कि बॉट्स और ट्रोल्स से छुटकारा पाना