कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. यह कयास लगाया जा रहा है कि चुनाव से पहले कर्नाटक में बसवराज बोम्मई की जगह कोई और मुख्यमंत्री बनेंगे. हालांकि बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया और कहा है कि यह सवाल ही काल्पनिक है. अरुण सिंह ने कहा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई आम आदमी हैं और यहां के लोग उन्हें पसंद करते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य कैबिनेट का विस्तार करना या इसमें बदलाव करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. जब अरुण सिंह से पूछा गया कि क्या बसवराज बदले जाएंगे तो उन्होंने कहा कि यह सवाल काल्पनिक है और काल्पनिक सवालों का कोई जवाब नहीं दिया जाता है.
तो क्या 2023 का चुनाव युवा चेहरों पर लड़ा जाएगा
अरुण सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या 2023 का विधानसभा चुनाव बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में लड़ा जाएगा तो इस पर भी उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि बसवराज आम आदमी हैं. जिस तरह से वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों और किसानों के लिए काम कर रहे हैं, उसे राज्य की जनता पसंद कर रही है. अब उनके इस बयान से पार्टी के किसी निश्चित रुख का पता नहीं लग पाता है लेकिन हाल ही में बीजेपी के महासचिव बी एल संतोष ने राज्य में यह कहकर नेतृत्व परिवर्तन को हवा दे दी थी कि पार्टी की ताकत नए चेहरों को शामिल करने में है.
कुछ लोग भ्रम में हैं
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भी कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में कोई बात नहीं चल रही है और इस संबंध में केवल ‘‘अटकलें’’ लगाई जा रही हैं. भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने भी कहा कि नेतृत्व के मुद्दे पर पार्टी में कोई भ्रम नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए स्पष्ट संदेश यह है कि हम वर्तमान मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और येदियुरप्पा के मार्गदर्शन में एक टीम के रूप में एक साथ अगले चुनाव में जा रहे हैं. हम चुनाव का सामना करेंगे और 150 सीटें जीतेंगे. अगर कुछ लोग दूसरे भ्रम में हैं, तो अच्छा है कि वे इससे बाहर आ जाएं.