पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महंगाई और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है ,उन्होंने कहा कि, महंगाई से पैदा हुए आर्थिक संकट से निपटने के लिए मोदी सरकार के पास कोई योजना नहीं है, इसलिए मौजूदा आर्थिक समस्याओं का समाधान तलाशने के लिए केंद्र सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.
राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, यूपी विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद केंद्र ने जनता को जीत का रिटर्न गिफ्ट दिया है. 11 दिनों में 13 बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड की ब्याज दर कम कर दी गई. इसके अलावा केंद्र सरकारी उपक्रमों का तेजी से निजीकरण कर रही है. उन्होंने कहा कि, हम श्रीलंका के हालात को देख रहे हैं और भारत की आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब है. हालांकि श्रीलंका के साथ देश की तुलना नहीं कर रहे हैं लेकिन आर्थिक हालात को लेकर सरकार को सभी राजनीतिक दलों से बातचीत करनी चाहिए.
वहीं सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि, देश जल रहा है और बीजेपी साजिश कर रही है. इसके लिए सभी विरोधी दलों को एकजुट होकर मुकाबला करना होगा. वहीं उन्होंने बीरभूम हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक मदद और नौकरी देने का वादा करने के बाद बीजेपी को आड़े हाथों लिया और कहा कि, बीजेपी मुझे हिंसा दिखा रही है. लेकिन कर्नाटक और असम की हिंसा पर चर्चा क्यों नहीं?
ममता बनर्जी ने कहा कि, बीरभूम हिंसा मामले में पश्चिम बंगाल सरकार कार्रवाई कर रही है लेकिन केंद्र सरकार सिर्फ शोर मचा रही है. बता दें कि बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हुई हिंसा में आगजनी के दौरान 8 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई थी. इनमें 2 बच्चे और महिलाएं शामिल थीं.