बिहार में सियासी तापमान बढ़ा हुआ है और इसमें अहम् भूमिका भाजपा की है जिसने मुकेश सहनी की नाव को मझधार में ले जाकर पहले फसाया बाद में पलट दी और सारे विधायकों को अपने पाले में लाकर खड़ा कर दिया ,लेकिन मामला अभी शांत होते नजर नहीं आ रहा क्योकि भाजपा की नजरे अब पंजा पर है जिसमे कमल का फूल पकड़ाने के फेर में भाजपा पड़ी है
प्रदेश की सियासत में इस बात की चर्चा गर्मा गई है कि क्या अब अगली बारी कांग्रेस की है? VIP के बाद क्या अब कांग्रेस के विधायकों को तोड़ा जाएगा? वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि आज की डेट में किस पार्टी को कब तोड़ दिया जाए, यह कोई नहीं जानता. जीतन राम मांझी के इस बयान के बाद बिहार के सियासी गलियारों में कानाफूसी तेज हो गई है.
दरअसल, यह आशंका तब और तेज हो गई जब बिहार भाजपा के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की कांग्रेस के विधायक अगला टार्गेट हो सकते हैं. लेकिन, बिहार भाजपा के ही एक अन्य नेता व विधायक और पूर्व मंत्री राणा रणधीर सिंह से जब यह सवाल पूछा गया कि VIP के बाद क्या अगला टार्गेट कांग्रेस विधायक हो सकते हैं? इस सवाल पर भाजपा विधायक ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से ग़लत है कि BJP किसी पार्टी को तोड़ती है. राणा रणधीर कहते हैं कि भाजपा के राष्ट्रवाद और ईमानदारी से देश का विकास करने से कई दूसरी पार्टियों के नेता प्रभावित हैं. ऐसे में यदि कोई इससे प्रभावित होकर भाजपा के साथ आना चाहते हैं तो हम उनका स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेसी विधायक भी भाजपा की संस्कृति से प्रभावित हैं तो उनका भी स्वागत किया जाएगा.
कांग्रेस विधायक बोले- पार्टी एकजुट
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और वरिष्ठ नेता राजेश राम कहते हैं कि कांग्रेसी विधायक पूरी तरह से एकजुट हैं. लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायकों पर भाजपा की नज़र हो सकती है, क्योंकि इसके पहले भी बिहार में कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई थी. हालांकि, उसमें विरोधी सफल नहीं हो सके थे. कांग्रेस की एक और विधायक प्रतिमा दास कहती हैं कि कांग्रेस विधायकों की एकता किसी से टूटने वाली नहीं है, भले ही कोई लाख कोशिश कर ले. उन्होंने कहा कि इस बात की आशंका हमारी पार्टी को है कि NDA की तरफ़ से ऐसी कोशिश की जा सकती है, लेकिन उसमें कोई भी पार्टी सफल नहीं हो सकती है
कांग्रेस के हैं 19 विधायक
इस वक़्त बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. इनमें से कुछ विधायकों का झुकाव पूर्व में भी NDA की तरफ़ देखा जा चुका है. पहले भी कांग्रेस विधायकों के टूटने की खबर आइ थी, लेकिन तब संख्याबल पूरा न होने के कारण पार्टी विधायकों को नहीं तोड़ा जा सका था. अब भाजपा में VIP के 3 विधायक आ गए हैं. इससे पहले बसपा के भी एक विधायक को JDU तोड़ चुका है. वहीं, RJD और कांग्रेस के MLC को भी तोड़ा जा चुका है, ऐसे में कांग्रेसी विधायकों के टूटने की खबर गर्माई हुई है.