बिहार में सियासत अजब गजब मोड़ ले रही है जहा कल तक कांग्रेस और राजद साथ थे वही ,अब दुरी बनी है जहाँ एक दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी भी उतार दिए गए है ,और प्रचार का कार्यक्रम भी धुआधार हो रहा है आज जब स्थिति बिगड़ चुकी है तो उसे सुलझाने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने खुद ही मोर्चा संभाला है ,जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी ने मंगलवार को लालू प्रसाद यादव से फोन पर बात की. सोनिया गांधी से लालू प्रसाद की इस बात को हाल के दिनों में हुई तल्खी के बीच काफी अहम माना जा रहा है.
सोनिया ने अपनी पार्टी के महासचिवों, बिहार प्रभारी और बिहार के प्रदेश अध्यक्ष के साथ दिल्ली में हुई अति महत्वपूर्ण बैठक के बाद लालू प्रसाद से फोन पर बात की. मालूम हो कि बिहार में दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर महागठबंधन के दो पूर्व सहयोगियों राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के बीच कड़वाहट बढ़ती जा रही है. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने कांग्रेस को दो सीटों में से एक भी न देने का कारण बताया था साथ ही पार्टी के प्रदेश प्रभारी को भी भकचोन्हर जैसे शब्दों से संबोधित किया था.लालू ने इसके बाद हाल में हुए तकरार के लिए कांग्रेस के ‘छुटभैए’ नेताओं को जिम्मेवार ठहराया.
उन्होंने दावा किया है कि किसी ने भी कांग्रेस की उतनी मदद नहीं की है, जितनी हमने (आरजेडी) ने की है. लगभग तीन साल बाद बिहार लौटे लालू यादव ने मंगलवार को कहा था कि वो आज भी कांग्रेस को राष्ट्रीय विकल्प के रूप में मानते हैं जिसकी देश को जरूरत है. इससे पहले आरजेडी द्वारा बिहार की दो सीटें तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने के बाद कांग्रेस ने अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में अकेले मैदान में उतरने की घोषणा की थी.
लालू ने दावा किया कि है कि इन दोनों सीटों पर उनकी पार्टी की जीत के बाद सत्तारूढ़ एनडीए में भगदड़ मच जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए गठबंधन ने अक्टूबर-नवंबर में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में हेरफेर कर सत्ता हासिल की थी.