गया. बिहार में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मतदान से पहले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि वह चुनावी रणनीतिकार के तौर पर किसी भी राजनीतिक दल या नेता को सलाह देने के लिए कम से कम 100 करोड़ रुपये फीस लेते हैं. राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर ने बिहार के बेलागंज के एक चनावी सभा में खुद के बारे में यह खुलासा किया है. उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल मुसलमानों के दिमाग में यह भरा जा रहा है कि प्रशांत किशोर के पास पैसा कहां से आता है? यह भाजपा की बी टीम है. तो हम आपको बता देते हैं कि मैंने 10 राज्यों में सरकार बनाने में मदद की है. एक राज्य में होने वाले चुनाव में जब मैं चुनावी सलाह देता हूं तो मेरी फीस 100 करोड़ होती है. मेरे पास टेंट और छतरियां लगाने का पैसा नहीं होगा, हमको इतना कमजोर समझ रहे हैं
बीते 31 अक्टूबर को बेलागंज की चुनावी सभा में प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने भाजपा को बंगाल में 77 पर रोका तो हम भाजपा के बी टीम हो गए. जन सुराज अपनी ताकत से अपने प्रयासों से यहां विकल्प बना रहा है. प्रशांत किशोर आप जितने लोग बैठे हो, लालटेन को वोट देते हो. कभी नहीं पूछते कि लालटेन और राजद के पास पैसा कहां से आता है? आपके हक का पैसा ये मारकर ले जाते हैं तो आप उसको वोट देते हैं. प्रशांत किशोर का बनाया हुआ, एक दो नहीं बल्कि 10 राज्यों में सरकार है, इतना कमजोर समझ रहे हैं?
प्रशांत किशोर ने किया बड़ा दावा?
प्रशांत किशोर ने कहा किहम एक चुनाव में किसी को सलाह देते हैं तो उसका फीस है 100 करोड़ या उससे ज्यादा. 2 साल यहां दौड़ भाग लगाते रहेंगे और जाकर खाली किसी को चुनाव में सलाह देंगे तो 100 करोड़ लेंगे. पीके ने यह भी दावा किया कि पूरे बिहार में कोई भी उनसे इतनी फीस नहीं लेता है.उन्होंने यह भी दावा किया कि करीब 10 राज्यों की सरकारें उनकी बनाई रणनीतियों पर चल रही हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 2 साल तक मैं सिर्फ एक चुनावी सलाह से अपने अब तक के चुनावी अभियान का खर्च उठा रहा हूं.