नई दिल्ली. देश के किसानों के लिए एक नई खुशखबरी सामने आई है. अब नैनो यूरिया की तर्ज पर किसानों को नैनो डीएपी भी बोतल में मिलेगी. नैनो यूरिया के बाद भारत सरकार ने अब नैनो डीएपी को भी मंजूरी दे दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन के तहत इस उपलब्धि से किसानों को बहुत फायदा होगा.
डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा कि ‘उर्वरक में आत्मनिर्भरता की तरफ एक ओर बड़ी उपलब्धि! भारत सरकार ने नैनो यूरिया के बाद अब नैनो DAP को भी मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन आत्मनिर्भर भारत के तहत, यह सफलता किसानों को अत्यधिक लाभ देने वाली है. अब एक बैग DAP भी, एक बोतल DAP के रूप में मिलेगा.’ डॉ. मनसुख मंडाविया ने नैनो डीएपी को भारतीय उर्वरक और कृषि क्षेत्र के लिए एक और बड़ी छलांग बताया है. उन्होंने कहा कि नैनो डीएपी हमारे किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा और पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत के विजन को पूरा करने में मदद करेगा.केंद्र सरकार ने सहकारी संस्था इफको (IFFCO) के बनाए नैनो डाई-अमोनिया फॉस्फेट को फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर में शामिल किया है. जिससे इसके किसानों के लिए जल्द ही कॉमर्शियल रिलीज का रास्ता साफ हो गया है. यूरिया के बाद डीएपी देश में दूसरी सबसे ज्यादा खपत वाली खाद है. इसकी लगभग 10-12.5 मिलियन टन की सालाना खपत में से देश में उत्पादन केवल लगभग 4-5 मिलियन टन है. बाकी DAP का आयात किया जाता है. नैनो डीएपी से खाद पर सब्सिडी को घटाने में भी मदद मिलने की उम्मीद है. गौरतलब है कि फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर वो मूल कानून है, जो भारत में खादों की बिक्री, मूल्य निर्धारण, वितरण और अन्य औपचारिकताओं को कंट्रोल करता है.