मध्यप्रदेश में अब कांग्रेस उन युवाओँ की तलाश कर रही है,ऐसे ओजस्वी युवा जो पार्टी की रीति-नीति और काम को जनता तक पहुंचा सकें. पार्टी के संदेश से आम जनता को वाकिफ करा सकें. पार्टी ने अपने इस अभियान को यंग इंडिया के बोल नाम दिया है.
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कांग्रेस को एमपी में युवा और प्रखर प्रवक्ताओं की तलाश है. उसने युवा प्रवक्ताओं की वेकैंसी निकाली है. पार्टी ने इसे 2020 यंग इंडिया के बोल नाम दिया है. वो यंग इंडिया के बोल नाम से एक भाषण प्रतियोगिता कराएगी और उसके जरिए यूथ कांग्रेस के प्रवक्ताओं की तलाश करेगी. जिला स्तर पर प्रतियोगिता के जरिए प्रवक्ताओं को तलाश कर जिला प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर प्रवक्ता नियुक्त करेगी.
इस तरह होगा चयन
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पराग शर्मा ने बताया कि यंग इंडिया के बोल कार्यक्रम के तहत भाषण प्रतियोगिता होगी. इसके जरिए यूथ कांग्रेस के प्रवक्ताओं की खोज की जाएगी. यूथ कांग्रेस इनमें से जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के प्रवक्ताओं को चुनेगी. प्रतियोगिता के पहले चरण में गूगल फॉर्म के जरिए प्रतिभागियों की जानकारी जुटाई जाएगी. दूसरे चरण में अक्टूबर के पहले सप्ताह में जिला स्तर पर भाषण प्रतियोगिता की जाएगी और उसमें जीतने वाले पहले 5 लोगों को जिला प्रवक्ता नियुक्त किया जाएगा. दूसरे चरण में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में प्रदेश स्तर पर फिर भाषण प्रतियोगिता होगी जिसमें पहले 5 प्रतिभागियों को प्रदेश प्रवक्ता के पद पर नियुक्त किया जाएगा. पूरे देश के हर प्रदेश से चुने गए पांच पांच प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में 14 नवंबर को नई दिल्ली में शामिल होंगे. उसमें जो जीतेगा उसे राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया जाएगा.
प्रवक्ता के लिए वेकेंसी
2023 और उसके बाद 2024 के चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस को बीजेपी के मुकाबले अच्छे वक्ताओं की जरूरत है. इसलिए वो इस सारी कवायद में जुटी है. पार्टी अब वैकेंसी निकालकर प्रवक्ता ढूंढ रही है. ताकि बीजेपी के धारदार प्रवक्ताओं के मुकाबले यूथ कांग्रेस अपने प्रवक्ता खड़ा कर सके.
बीजेपी ने चुटकी
वही यूथ प्रवक्ता एक खोज शुरू करने पर बीजेपी ने कहा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में ढाई सौ पैनलिस्ट हैं. कथित टैलेंट सर्च के जरिए पैनलिस्ट का चयन किया गया था. फिर से भाषण प्रतियोगिता के जरिए खोज करना कांग्रेस की बौद्धिक व्यवस्था पर तरस करने वाला है. भाषण के जरिए यदि नेता तैयार होंगे तो कांग्रेस के हालातों को समझा जा सकता है.