घर से दूर रहने वाले मतदाताओं को चुनाव में वोट देने के लिए अब घर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. दरअसल किसी भी पोलिंग बूथ पर जाकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने पर चुनाव आयोग काम कर रही है. आयोग की माने तो वोटर्स को भारत के किसी भी क्षेत्र से मतदान कर पाने का अधिकार होना भविष्य की प्रमुख पहलों में से एक है, जिसपर चुनाव आयोग काम कर रहा है.
वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को कहा कि रिमोट वोटिंग के प्रोजेक्ट का जल्द ही मॉक ट्रायल भी शुरू हो जाएगा. अरोड़ा ने 25 जनवरी यानी राष्ट्रीय मतदाता दिवस ( National Voter’s Day) की शाम पर एक सार्वजनिक प्रसारण में कहा कि ‘हमने IIT मद्रास और अन्य संस्थानों के साथ मिलकर रिमोट वोटिंग के प्रोजेक्ट पर पहले ही रिसर्च शुरू कर दी है और इसमें हम आगे भी बढ़ रहे हैं.’
दूर रह रहे वोटर दे पाएंगे वोट
चुनाव के दौरान कई ऐसे वोटर हैं जो अपने काम, शिक्षा, उपचार या अन्य किसी भी कारणों से अपने राज्य या क्षेत्र से दूर होने के कारण सरकार चुनने के इस अधिकार से वंचित रह जाते हैं. रिमोट वोटिंग प्रोजेक्ट ऐसे ही मतदाताओं को वोट के अधिकार का इस्तेमाल करने की इजाजत देगा जो किसी न किसी वजह से अपने मतदान क्षेत्र से दूर रहने को मजबूर हैं.
चुनाव आयोग विदेशों में रह रहे मतदाताओं के लिए भी पोस्टल बैलेट की सुविधा शुरू करने पर भी विचार कर रहा है, जिसके मदद से वो देश से दूर रहते हुए भी देश की मतदान की इस प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे.
लॉन्च किया जाएगा रेडियो
अपने नए पहल की बात करते हुए, अरोड़ा ने कहा कि E-EPIC कार्ड हमारे सभी युवा, नव-पंजीकृत मतदाताओं के लिए चुनावी पंजीकरण की प्रक्रिया को आसान और डिजिटल बनाने के लिए लॉन्च किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ से मतदाताओं के साथ आयोग के जुड़ाव को और मजबूत करने में मदद मिलेगी. CEC ने कहा, आने वाले दिनों में चुनाव आयोग इस रेडियो का इस्तेमाल मतदाता जागरूकता के लिए सूचना साझा करने, नायाब लोगों और चुनावी योद्धाओं की कहानियों के केंद्र के रूप में उभरेगा.