बसपा के कदावर नेता अंबिका चौधरी की घर वापसी होने जा रही है वही यूपी के डॉन मुख्तार अंसारी के भाई और भतीजे भी पार्टी ज्वाइन करेंगे, up के 2022 में होने वाले चुनावों (Election) से ऐन पहले, नेताओं के दल-बदल और ‘घर वापसी’ का दौर शुरू हो गया है. इसी कड़ी में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह और भतीजे मन्नू अंसारी के शनिवार को लखनऊ में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है. मुलायम सिंह के वफादार और विश्वासपात्र रहे अंबिका चौधरी भी सपा में शामिल होकर ‘घर वापसी’ को तैयार हैं. वह बलिया जिले के सशक्त नेता और पूर्व मंत्री हैं. ऐसी अटकलें हैं कि मुख्तार के बेटे अब्बास भी जल्द ही सपा में शामिल होंगे.
मुहम्मदाबाद विधानसभा से दो बार के विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी सुबह समर्थकों के साथ गाजीपुर से लखनऊ पहुंचे. जिला पंचायत अध्यक्ष एवं अंबिका चौधरी के बेटे आनंद भी अखिलेश के निर्देश पर सपा में शामिल होंगे. 2017 में बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने के बाद अंबिका चौधरी की चार साल बाद घर वापसी हो रही है.
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जातिगत समीकरण बनाने की कोशिश
विधानसभा चुनाव में छह महीने से भी कम समय बचा है, पार्टियां अपने राजनीतिक और जातिगत समीकरणों को ठीक करने के लिए हाथ-पांव मार रही हैं. सिबगतुल्लाह को पार्टी की सदस्यता देकर सपा एक नए तरह का राजनीतिक समीकरण बनाएगी. दरअसल, 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अंसारी बंधु सपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने अपनी पार्टी कौमी एकता दल से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था. बाद में अखिलेश से अनबन के बाद वे सपा से अलग हो गए और बसपा में शामिल हो गए.
गाजीपुर की राजनीति पर कड़ी नजर रखने वालों के मुताबिक सिबगतुल्लाह के सपा में शामिल होने से मोहम्मदाबाद सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का दावा करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. सिबगतुल्लाह पेशे से शिक्षक हैं और तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं.