मध्यभारत में मौसम मेहरबान है पर मेहरबान मौसम आफत बरसा रहा है, लगातार मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिस हो रही है जिससे वहां का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है और साथ ही राज्य के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की मुस्किले भी बढ़ने लगी है,
प्रदेश के 13 जिलों में पानी आफत बनकर गिर रहा है। लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। जगह-जगह जलभराव होने से प्रशासन को राहत और बचाव करने में दिक्कतें आ रहा है। हालांकि, एनडीआरएफ और एसडीआरफ की कई टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। वहीं, भारतीय मौसम विभाग ने राज्य में अगले दो से तीन दिन बारिश की आशंका जताई है।
इधर मध्यप्रदेश सरकार बारिश और बाढ़ से पैदा हुए हालात पर नजर बनाए हुए है। वहीं, केंद्र सरकार भी प्रदेश सरकार से संपर्क में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से फोन पर बात कर बारिश और बाढ़ से उपजे हालात के बारे में जानकरी ली है।
PM मोदी ने मुख्यमंत्री से हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। पीएम मोदी ने कहा कि प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने का काम जारी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि राज्य में बारिश के बाद बाढ़ से हालात बिगड़े हैं, खासकर उत्तरी मध्यप्रदेश की स्थिति बेहद खराब है। अभी तक 240 गांवों से 5 हजार 950 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं, करीब 2 हजार लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। राहत और बचाव कार्यों में सेना के हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हालात का लिया जायजा
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर में बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। इस दौरान गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि सभी मंत्री और विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की मदद कर रहे हैं, लोगों को सुरक्षित बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। हालांकि, उन्होंने नदियां किनारे बसे सभी गांवों के प्रभावित होने वाले अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की। मध्यप्रदेश के चंबल इलाकों में बर्बादी का सैलाब सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है।