बिहार में बाढ़ ने नीतीश कुमार की नींद उड़ा दी है, एक और बड़ी वजह ये भी है कि अभी मानसून की पूरी बारिश बाक़ी है. इसके मद्देनज़र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बाढ़ के हालात पर नज़र बनाए हुए हैं. नीतीश कुमार खुद बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं. इस दौरान जल संसाधन मंत्री संजय झा भी मौजूद रहते हैं.
नीतीश कुमार ने गुरुवार को न सिर्फ़ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया बल्कि, आपदा प्रबंधन विभाग एवं जल संसाधन विभाग के साथ समीक्षा बैठक भी की. साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मधेपुरा, नालंदा, नवादा एवं पटना जिले के जिलाधिकारी भी जुड़े और बाढ़ की ज़मीनी हक़ीक़त की जानकारी ली और कई महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी किए.
कोरोना जांच और टीकाकरण कार्य अवश्य कराएं
जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित ज़िलों के अधिकारियों को जो महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है. जैसे- सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लें और आंकलन कर जहां भी सहायता की जरुरत हो तत्काल उपलब्ध करायें. जिलों में वर्षापात की स्थिति के साथ-साथ बाढ़ की संभावित स्थिति के अन्य कारकों पर भी पूरी नजर बनाये रखें एवं पूरी तरह से सतर्क रहें. लोगों के रिलीफ के लिए हम सबको काम करना है, उन्हें हर प्रकार से मदद करनी है. साथ ही जो राहत कैंप बनाए गए हैं वहां पर आरटीपीसीआर कोरोना जांच और टीकाकरण कार्य अवश्य कराएं.
हवाई सर्वेक्षण कर हालात को देखा है
बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान जिलावार प्रखंडों, नदियों की स्थिति की जानकारी दी. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जून माह में ज्यादा वर्षा हुयी है लेकिन जुलाई माह में अब तक ज्यादा वर्षा नहीं हुई है. पिछले माह के वर्षा के कारण कुछ जिलों में बाढ़ की भी स्थिति बनी. कुछ दिन पहले भी कुछ जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था.आज भी 7 जिलों के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर हालात को देखा है.