अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के कार्यो की समीक्षा में पीएम मोदी ने कहा, अयोध्या एक ऐसा शहर हो जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में अंकित है. उन्होंने कहा, अयोध्या को ऐसा बनाया जाना चाहिए जहां भारत की संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाई दे. अयोध्या एक आध्यात्मिक शहर है.पीएम मोदी ने कहा अयोध्या का विकास कुछ इस तरह से करना है ,जिससे पर्यटकों और तीर्थयात्रियों दोनों को फायदा हो सके. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या की योजनाओं को ऐसा होना चाहिए, जिसमें आने वाले भविष्य की झलक दिखाई दे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अयोध्या को ऐसा होना चाहिए जहां कम से कम एक बार देश का युवा यहां पर जरूर आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे.
उन्होंने कहा कि अयोध्या में विकास कार्यों को और तेज किया जाएगा. उन्होंने कहा, यह हमारा सामूहिक प्रयास है कि हम अयोध्या की पहचान का जश्न मनाएं और अपने नए नए तरीको से अयोध्या की सभ्यता को बनाए रखें.पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों में हिंदुस्तान के हर एक नागरिक की भागीदारी होनी चाहिए, खासकर युवाओं को. उन्होंने शहर के इस विकास में हमारे प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का आह्वान किया है.
गौरतलब है कि श्री रामनगरी के विकास पर करीब पांच सौ लोगों की राय ली गई है. रामनगरी के संत-महंतों के अतिरिक्त श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सहित सांसद, विधायक, शिक्षाविद सहित अन्य लोगों के सुझाव लिए जा चुके हैं. ये क्रम अभी भी जारी है. अयोध्या के साथ साथ आसपास के जनपदों में भी साधु संतों और ऋषियों की तपस्थली का विकास होगा. सरकार का प्रयास है कि अयोध्या का सिर्फ आधुनिकीकरण न हो उसका पुरातन स्वरूप भी बरकरार रहना चाहिए, इसी को ध्यान रखते हुए अयोध्या का डेवेलप्मेंट प्लान तैयार किया जा रहा है