News Times 7
कोरोनाब्रे़किंग न्यूज़

दो राज्यों मे 90 हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट मे क्या शुरू हो चुकी है तीसरी लहर?

कोरोना के दूसरे लहर का कोहराम खत्म नही हुआ की तिसरी लहर का आगाज हो चुका है ये आशंका है या प्रमाण ,अभी दावे से तो नही कहाँ जा सकता पर आंकडो पर गौर करे तो अप्रैल लिए, मई के दौरान देश मे 90हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट मे आ चुके है सोचने वाली बात है की ये आकंडा अगर दो राज्यों का है तो बाकी राज्यों का क्या हाल होगा

अहमदनगर के आंकड़ों ने उड़ाए होश
गौर करने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र के अहमदनगर में सिर्फ मई 2021 के दौरान लगभग 9 हजार बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए। इस आंकड़े ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ा दिए। Covid-19 Wave 3 Will Be Dangerous For Kids In Hindi : बच्‍चों के लिए जानलेवा होगी कोरोनी की तीसरी लहर, डॉक्‍टर से जानें खतरे को टालने का उपाय - Navbharat Timesमाना जा रहा है कि तीसरी लहर के खतरे का अलार्म बज चुका है। ऐसे में राज्य सरकार ने भी कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।

तेलंगाना में 37 हजार बच्चे संक्रमित
जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना में इस साल मार्च से मई 2021 तक कुल 37,332 बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें नवजात से लेकर 19 साल की उम्र तक के बच्चे शामिल हैं। corona third wave in india : दूसरी लहर में कोरोना का तांडव, तीसरी का अलर्ट जारी- बचने की क्या हो तैयारी |third wave of corona in india lockdown or what could beयह जानकारी तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग ने दी। अधिकारियों ने बताया कि कोरोना की पहली लहर के दौरान 15 अगस्त से 15 सितंबर 2020 तक 19,824 बच्चे संक्रमित हुए थे।

Advertisement
निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए बिहार ,UP, MP के हर जिले से रिपोर्टर आमंत्रित हैं!
बायोडाटा वाट्सऐप करें –  9142802566 ,   1Newstimes7@gmail.com

 

 

 

Advertisement

 

 

 

Advertisement

 

 

 

Advertisement

मध्यप्रदेश: कोरोना की चपेट में आए 54 हजार बच्चे 
तेलंगाना जैसा हाल मध्यप्रदेश का भी है। यहां अब तक 18 साल से कम उम्र के 54 हजार बच्चे संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें संक्रमण दर 6.9 फीसदी रही। इनमें 12 हजार से ज्यादा बच्चे अस्पतालों में भर्ती कराए गए। बता दें कि यह आंकड़ा कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान का है। वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कोविड पॉजिटिव पेशेंट लाइन लिस्ट रिपोर्ट की मानें तो दूसरी लहर के दौरान सिर्फ भोपाल में 2,699 बच्चे संक्रमित हुए। इनमें 58 फीसदी बच्चे घर पर रहकर ही ठीक हो गए। सिर्फ 32 फीसदी बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए और 660 बच्चे होम आइसोलेशन में हैं। आंकड़ों की मानें तो 72 फीसदी बच्चे अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।
सीरो सर्वे भी जता रहा अनहोनी की आशंका
देश में अब तक हुए सीरो सर्वे के मुताबिक, पहली और दूसरी लहर में कुल 40 फीसदी बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। पहली लहर में सिर्फ 15 फीसदी बच्चे कोरोना संक्रमित हुए थे, जबकि दूसरी लहर के दौरान यह आंकड़ा 25 फीसदी के पार हो गया। ऐसे में माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा देश के बाकी 60 फीसदी बच्चों पर मंडरा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर बेहद घातक हो सकती है। दूसरी लहर के दौरान भले ही काफी बच्चे भी संक्रमित हुए, लेकिन उनकी मृत्यु दर कम रही। हालांकि, यह नहीं कहा जा सकता कि भविष्य में भी मृत्यु दर पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बच्चों के लिए खास आईसीयू नहीं
बाल रोग विशेषज्ञों की मानें तो तीसरी लहर का असर अगर बच्चों पर पड़ा तो हालात बेहद खराब हो सकते हैं। दरअसल, बच्चों के इलाज के लिए खास आईसीयू यानी पीआईसीयू की जरूरत होती है, जो चुनिंदा शहरों के अलावा देश में कहीं नहीं हैं। पीआईसीयू बेड सामान्य आईसीयू बेड से अलग होते हैं, जिन्हें बच्चों के लायक बनाना आसान नहीं है।

 

Advertisement
Advertisement

Related posts

कोरोना पर लगी लगाम- तीसरे दिन भी आए 50 हजार से कम केस, 347 ने तोड़ा दम

News Times 7

Flipkart के एक ग्राहक के साथ हुआ धोखा ,मंगवाया लैपटॉप,आया घड़ी डिटर्जेंट साबुन

News Times 7

बिहार नगर निकाय चुनाव-2022 के लिए मतदान केंद्रों के गठन और अपडेटेड मतदाता सूची के प्रकाशन की तिथि घोषित

News Times 7

Leave a Comment

टॉप न्यूज़
ब्रेकिंग न्यूज़