बिहार में लॉकडाउन लगाने की मांग करने वाले नेताओं के बयान पर जदयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि ऐसे लोग अखबारी नेता हैं, जो सिर्फ बैठे-बैठे ज्ञान देते रहते हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने निशाने पर लेते हुए सांसद ने कहा कि इनलोगों को कोरोना संक्रमण और उसके लिए की जा रही व्यवस्था से कोई मतलब नहीं है. ये लोग अखबारी नेता हैं और जरूरत के वक्त सीन से ही गायब हो जाते हैं. ऐसे लोगों से व्यवस्था नहीं चलती है.
जदयू सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना के मामलों की रोज समीक्षा करते हैं. अगर राज्य में लॉकडाउन की जरूरत होगी, तो सीएम खुद फैसला ले लेंगे. नीतीश कुमार एक कदम आगे बढ़ कर इस मामले फैसला लेंगे. बयानबाजी करनेवाले नेताओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रुख को जान लेना चाहिए. नीतीश कुमार कोरोना काल मे लगातार काम कर रहे हैं और खुद से एक एक मामले की समीक्षा कर रहे हैं.
ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी बिहार पर संकट आता है, तो तेजस्वी बिल में घुस जाते हैं. इतिहास गवाह रहा है, तेजस्वी यादव ने कभी जनता के बीच में रहकर सेवा नहीं की. जब भी आपदा को स्थिति आती है नेता प्रतिपक्ष बिल में घुसकर सिर्फ बयानबाजी करते रहते हैं. तेजस्वी कोई ज्ञानी पुरूष हैं नहीं. हाई स्कूल में एडमिशन भी नहीं हुआ. तेजस्वी यादव के बयान पर किसी तरह का नोटिस लेने की जरूरत नहीं है और उनके किसी बयान पर प्रतिक्रिया देने की भी जरूरत नहीं है. तेजस्वी को बिहार और बिहार की जनता से कोई मतलब नहीं.जदयू नेता ने लोगों से की मास्क लगाने की अपील करते हुए कहा कि हम हाथ जोड़कर लोगों से मास्क लगाने की अपील करते हैं. जरूरत होने पर ही घर से निकलें. बिना जरूरत बाहर नहीं निकलना चाहिए . देहाती नुस्खा का प्रयोग करते रहना चाहिए, काढ़ा पीते रहिए. पूरी दुनिया मे इस बीमारी का इलाज नहीं सिर्फ बचाव है.
जदयू सांसद ने सबसे वैक्सीन लेने की अपील करते हुए कहा कि वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार ने घोषणा की, तो बिहार सरकार ने मुफ्त में वैक्सीन लगाने का फैसला लिया है. अब सभी उम्र और वर्ग के लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगेगी. एक मई से 18 साल से उपरके सभी लोगों को वैक्सीन दी जाएगी.