नाम बदलने की परंपरा ने किसी भी पार्टी को पीछे नहीं छोड़ा भाजपा हो या अपने जमाने की सपा हो और अब कुछ साल पहले कि सत्ताधारी दल बसपा हो दरअसल बसपा सुप्रीमो मायावती ने भदोही जिले का नाम बदलने की घोषणा की है और सपा सरकार पर आरोपों की बौछार करते हुए जातिवादी मानसिकता के तहत शहर का नाम बदलने का आरोप लगाया,
साथ ही उन्होंने कांग्रेस, भाजपा व अन्य दलों पर दलित, आदिवासी व अन्य पिछड़े वर्ग के महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के नाम पर सियासी लाभ के लिए नाटकबाजी करने का आरोप लगाया है।
इसके पहले मायावती ने शनिवार को ट्वीट कर मायावती ने संत रविदास जयंती पर उनके अनुयायियों को बधाई दी है। कहा, ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ का संदेश देने वाले संत रविदास का मानना था कि जात-पात का भेदभाव मानवता के समग्र विकास में बड़ा बाधक है।उन्होंने कहा कि बसपा की स्थापना से पहले कांग्रेस, भाजपा व अन्य पार्टियां दलित, आदिवासी व अन्य पिछड़े वर्ग में जन्मे संतों, गुरुओं व महापुरुषों की उपेक्षा करती थीं। बसपा के नेतृत्व में अब इस समाज के लोग संगठित व जागरूक हो रहे हैं