नए कृषि कानून के विरोध में सड़क पर उतरे किसानों के साथ JJP की नज़दीकियां जिनकी बदौलत JJPको सत्ता मिली ,भले बाद में वह बीजेपी के साथ मिलकर हरियाणा में सरकार बनाने में मदद की वहीं जीजेपी अब हरियाणा में अपने हाथ भाजपा से खींच सकती है !क्योंकिJJP के ऊपर किसानों का दबाव बढ़ता जा रहा है! जिस दबाव के कारण JJPलगातार खट्टर सरकार को झुकाने के लिए अग्रसर है !लेकिन नए कृषि कानून की समर्थित भाजपा सरकार नए कृषि कानून पर कोई भी फैसला नहीं लेना चाहते बल्कि वह अपने बिल पर अड़ी हुई है! किसान आंदोलन की रफ्तार और बढ़ती है तो हरियाणा में जेजेपी के सहयोग से चल रही खट्टर सरकार की परेशानी बढ़ सकती है. पिछले कुछ दिनों से खबरें आ रही थी कि हरियाणा में बीजेपी की सहयोगी जेजेपी इस आंदोलन को लेकर बीजेपी पर दबाव बनाने लगी है. बीजेपी की सहयोगी दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी में भी कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा में सरकार से अलग होने की मांग तेज होने लगी है. हाल ही में दुष्यंत चौटाला ने इस मुद्दे पर विधायकों के साथ बैठक की.अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में जेजेपी विधायकों की एक बैठक हुई. इस बैठक में विधायकों ने दुष्यंत चौटाला से खट्टर सरकार से समर्थन वापस लेने की मांग तेज कर दी है. रिपोर्ट के अनुसार, यह बैठक 8 दिसंबर को हुई. इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर बातचीत की गई. बैठक में पार्टी विधायकों से किसान आंदोलन का उनके क्षेत्र में असर, राज्यों को लोगों के रुख आदि के बारे में फीडबैक लिया गया.
हरियाणा में गिर सकती है भाजपा की सरकार ,दुष्यंत चौटाला ले सकते हैं अपना समर्थन वापस
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