विरोध के नए-नए तरीके हर कोई आजमाता है अब इन तरीकों में है फिल्मी हस्तियां या नेता पीछे क्यों रहें ,आज फिर से एक बार अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने डीजल और पेट्रोल के बढ़ते कीमतों को लेकर जो प्रतिक्रिया दी वह सच में है विवादों से भरा रहा! दरअसल यह पहली बार नहीं है कि जब उर्मिला मातोंडकर ने कभी किसी मामले पर प्रतिक्रिया दी हो, अक्सर उर्मिला मातोंडकर मुद्दों पर बोलती रहती हैं या हम यह कहें कि एक प्रखर वक्ता की तरह हर मुद्दों पर उनकी बातें सुनने को मिलती है,
देश के कई हिस्सों में पेट्रोल की 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर पहुंच गया है। पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के दामों में लगातार हो रही वृद्धि पर सभी लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। तो अब इसे लेकर अभिनेत्री और शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अलग अंदाज में ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर उर्मिला मातोंडकर ने ट्वीट किया और लिखा, ‘अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो, डीजल नब्बे पेट्रोल सौ, सौ मे लगा धागा, सिलेंडर ऊछल के भागा।’ अभिनेत्री के इस ट्वीट पर लोग लगातार रिएक्शन दे रहे हैं।
अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो
डीजल नब्बे पेट्रोल सौ
सौ मे लगा धागा
सिलेंडर ऊछल के भागा 😱😱— Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) February 18, 2021
ये पहली बार नहीं है जब अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने किसी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बता दें कि इससे पहले उर्मिला मातोंडकर ने हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल के 200 किसानों की मौत के बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था, ‘जो लोग किसानों को खालिस्तानी और देशद्रोही कहते हैं, उनका हरियाणा के कृषिमंत्री जेपी दलाल जी के इस बेहद शर्मनाक और असंवेदनशील बयान पर क्या कहना है?’
तो वहीं इससे पहले अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने मौजूदा समय में चल रही वंशवाद की बहस में अपनी बात रखी थी। उन्होंने बीते दिनों को याद करते हुए कहा था कि जब देश में सोशल मीडिया नहीं था तब अपनी बात को दूसरों तक पहुंचाने के लिए कुछ गिने चुने मीडिया संस्थानों का सहारा ही लेना पड़ता था। उस समय वे मीडिया संस्थान किसी माफिया से कम नहीं थे। अभिनेत्री ने कहा था कि मीडिया ने उनकी हिट फिल्मों के बारे में तो ज्यादा नहीं लिखा लेकिन जब उनकी 11 फिल्में असफल रहीं तो हेडिंग बड़े अक्षरों में जाने लगी।
उर्मिला के राजनीतिक करियर की बात करें तो उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। इसी के साथ उर्मिला ने राजनीति में प्रवेश किया था। लेकिन पांच महीने में ही उर्मिला ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और पॉलीटिक्स से किनारा कर लिया। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनका इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके बाद उन्होंने शिवसेना पार्टी का दामन थाम लिया।