डीजल और पेट्रोल के बढ़ते कीमतों ने आम आदमी को बेहाल कर दिया है डीजल और पेट्रोल की कीमत है अब लोगों की जेब पर भारी पड़ने लगे हैं दरअसल लगातार सातवें दिन बढ़ रहे हैं कीमतों की वजह से खाद्य पदार्थ और भाड़ा में तेजी से वृद्धि हो रहा है जिसकी वजह से आमदनी और खर्च पर व्यापक असर पड़ रहा है,
पेट्रोलियम का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में आज लगातार सातवें दिन वृद्धि की है। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों उच्च स्तर पर बनी हुई हैं। आसमान छूती तेल कीमतों से जनता भी परेशान है। तेल महंगा होने का मामला राज्यसभा में भी उठा। दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली में पेट्रोल का दाम 88.99 जबकि मुंबई में 95.46 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। वहीं, दिल्ली में डीजल 79.35 रुपये तो मुंबई में 86.34 रुपये में मिलेगा। सात दिनों के दौरान पेट्रोल के दाम में 2.06 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल में 2.27 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई।
वैश्विक बाजारों में आई तेजी से कीमत प्रभावित हुई है। इसके साथ ही राज्यस्तरीय करों को मिला कर ईंधन की खुदरा कीमतें नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। राजस्थान में पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट की दरें सबसे अधिक है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है, जिसका सीधा असर खुदरा ईंधन की बिक्री पर भी पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 60 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। यही कारण है कि घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल का भाव महंगा हो गया है।
कोरोना काल में भी चीनी अर्थव्यवस्था आश्चर्यजनक ढंग से विकास कर रही है, जिसकी वजह से वहां जनवरी में कच्चे तेल का आयात हर प्रतिदिन 111.2 लाख की दर से बढ़ा है। यह आंकड़ा दिसंबर की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा है। जिस ढंग से इस समय पड़ोसी देश कच्चे तेल का आयात बढ़ा रहा है, इसमें और बढ़ोतरी होने का अनुमान है। इसकी वजह से सोमवार को कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी के संकेत मिले।
पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है। भारत को पेट्रोलियम ईंधन की जरूरत के लिए 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर करना पड़ता है। केंद्र सरकार पेट्रोल पर प्रति लीटर 32.9 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर 31.80 रुपये उत्पाद शुल्क लगा रही है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी की आलोचना करते हुए सकरार से इन पर कर तत्काल कम किए जाने की मांग की है। वहीं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को संसद में कहा था कि पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क घटाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है।
आईओसीएल से मिली जानकारी के अनुसार आज दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल और डीजल की कीमत इस प्रकार है।
शहर डीजल पेट्रोल
दिल्ली 79.35 88.99
कोलकाता 82.94 90.25
मुंबई 86.34 95.46
चेन्नई 84.44 91.19